ब्यूरो//दैनिक हिमाचल न्यूज़- दाड़लाघाट,अम्बुजा सीमेंट कंपनी उद्योग से निकल रहे धुएं के कारण स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है,पिछले कई वर्षों से स्थानीय लोगों को जहरीले धुएं का सामना करना पड़ रहा है।यह बात बीडीसी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश ठाकुर ने प्रेस को जारी ब्यान में कही। उन्होंने कहा कि लोगों की माने तो उन्हें धुएं,प्रदूषण में जीवनयापन करना बड़ा मुश्किल हो चुका है।कई गंभीर बीमारियों ने लोगों को घेरना शुरू कर दिया है।जगदीश ठाकुर ने अधिकारियों पर अंबुजा सीमेंट कंपनी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को दरकिनार करते हुए अंबुजा सीमेंट कंपनी के ऊपर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का प्रदूषण को लेकर लगाम नही लगाई है।जगदीश ठाकुर ने कहा कि प्रदूषण से इलाके में फैल रही बीमारी का भी बोलबाला है।
जबकि साथ लगती पंचायतों के ग्रामीणों को प्रदूषण से ज्यादा प्रभावित होना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी और अंबुजा सीमेंट कंपनी के बीच सांठगांठ के कारण लोगों को प्रदूषण भरे धुएं के बीच सालों से रहने को मजबूर होना पड़ रहा है जिसके कारण वहां लोगों का जीवन बसर मुश्किल होता जा रहा है।जगदीश ठाकुर ने कहा कि इस धुएं से लोगों को कई गंभीर बीमारियां भी होती जा रही हैं लेकिन ना तो प्रशासन इसकी तरफ ध्यान दे रहा है और ना ही अंबुजा सीमेंट कंपनी।उन्होंने कहा कि प्रदूषण की वजह से गांव की हजारों वीघा घासनीयों में पशुचारा प्रदूषित हो गया है,जिसे खाकर किसानों के मवेशी पशु बीमार हो रहे।उन्होंने प्रदेश सरकार से इसकी तरफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि जल्द से जल्द इस समस्या का निपटारा किया जाए ताकि वहां के लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके।
बीडीसी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश ठाकुर ने कंपनी के अधिकारियों को चेताया है कि अगर कंपनी द्वारा प्रदूषण की समस्या को लेकर गम्भीरता से जल्द कोई उचित कदम नहीं उठाए गए तो कंपनी को इसके दुष्परिणाम भुगतने को तैयार रहना होगा।उन्होंने कहा कि अगर समय रहते अम्बुजा प्रबंधन द्वारा समस्या को लेकर कदम नही उठाया गया,तो अम्बुजा कंपनी का घेराव किया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी अम्बुजा प्रबंधन की होगी।
जब इस बारे अंबुजा प्रबंधन के प्रदूषण अधिकारी संदीप भीमट्टा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आजकल प्लांट का शटडाउन चला है और मेंटेनेंस जारी है।