नरोत्तम शर्मा,,दैनिक हिमाचल न्यूज//ऊना:- महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में ब्रह्मकुमारीज मैहतपुर द्वारा त्रिमूर्ति शिव संदेश रथ यात्रा का सात दिवसीय आयोजन के दुसरे दिन सहोरी टकोली (बगाण) ब्रह्मकुमारीज प्रभु उपवन भवन सें रथ यात्रा का आयोजन किया! जिसका शुभारंभ समाजसेवी पवन ठाकुर, बलबीर सिंह, प्रधान (चौली) व विकास शर्मा, उपप्रधान ( चौली) ने ब्रह्मकुमारीज की ध्वजिका दिखा कर रवाना किया।
इस संदेश रथ पर दाव्दश ज्योतिलिंग, सोमनाथ, रामेश्वरम, त्रयंबकेश्वर, वैद्यनाथ, केदारनाथ व नागेश्वर महादेव तीर्थ स्थलों के खुबसूरत माडॅलों को दर्शाया गया है। इस रथयात्रा की अगुवाई ब्रह्मकुमारीज की जिला प्रमुख आशा दीदी, बबिता बहन, ब्रह्मकुमार अवदेश भाई, हरजीत बहन व रितू बहन सहित स्थानीय बड़ी संख्या में ब्रह्मकुमारीज अनुयायियों व जनता ने इस यात्रा में भाग लिया।
रथ यात्रा सोहारी टकोली से चौली, पलोह, सूरी, जबेहड़, बैरियां, बडोली, रामनगर, बड़ूहा, टकोली, नन्दगार् भलौण, जोल व चौकीमन्यार के बीच लगभग 13 गावों से होती हुई ब्रह्मकुमारीज़ आश्रम पर समाप्त हुई। बड़ी संख्या में शिव बाबा का गुणगान करते लोगों ने रथ यात्रा का स्वागत किया।
रथ यात्रा के माध्यम सें शिवरात्रि के आध्यात्मिक संदेश व शिव शक्ति के रहस्यों कों बड़े सहज ढ़ग सें ब्रह्मकुमारी बहन बबिता व ब्रह्मकुमार अवदेश भाई ने विभिन्न स्थानों पर इकत्रित जन-मानस को दिया। उन्होंने बताया कि शिव का सम्बंध रात्रि से है भारतीय दर्शन मे रात्रि शब्द अज्ञानता र विनाशकाल का सूचक हैं। रात्रि को मनाई जाने वाली शिवरात्रि महाविनाश से थोड़े समय पूर्व परमात्मा के लिए दिव्य अवतरण की है यादगार है। ऐसे समय में जब ईश्वरीय ज्ञान प्राय:लोप हो चुका है।, तब ज्योतिबिन्दु स्वरूप परमात्मा शिव अधर्म का विनाश करके सत्य धर्म की स्थापना करने के लिए अवतरित होते हैं। इसलिए इस पावन वेला पर अपने तथा विश्व कल्याण के लिए मन वचन व कर्म सें सेवा करें।