ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज :- उपमंडल अर्की के अंतर्गत राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुन्दन में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर कॉमर्स प्रवक्ता नरेंद्र कपिला ने एनएसएस इकाई को बताया कि इनके अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा भाव को देखकर ही इनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है।

प्रधान मंत्री मोदी ने 1921 में नेता जी के जन्मदिन को पराक्रम दिवस मनाने की घोषणा की।भारत सिविल सेवा की परीक्षा के पश्चात जीवन भर आराम की नौकरी कर सकते थे,परंतु अंग्रेजों के प्रताड़ना को देखकर अपनी नौकरी को ठुकराते हुए आजादी की लड़ाई में कूद पड़े।

सन 1943 में आजाद हिंद फौज का गठन किया जब उन्होंने देखा कि अहिंसा से आजादी नहीं पाई जा सकती जा सकती तो इन्होंने युवाओं को अपने बुलंद नारे तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा और जय हिंद जैसे कई नारे देकर युवाओं में देश के प्रति प्रेम को जगाया।प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र की जीवनी,उनके विचार और कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।


