रणजीत ठाकुर,दैनिक हिमाचल न्यूज(कुनिहार):- पट्टाबरावरी के निर्माणाधीन श्री बाँके बिहारी मन्दिर परिसर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक प्रशिद्ध आचार्य श्री हरि जी महाराज ने अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को कथा के कई प्रषंग सुनाए।

पांडवों व कौरवों का प्रषंग सुनाते हुए आचार्य ने कहा कि किस प्रकार जुए के खेल में कौरवों के छल से पांडव हारे। जिसमे उन्होंने सारा राज पाठ हारने के साथ साथ द्रोपदी को भी दांव पर लगाकर हार गए।

पांडवों को बारह साल का अज्ञात वास मिला जिसे उन्होंने दर दर भटकते हुए बड़े कष्टों में बिताया। उसके बाद पांडवों व कौरवों में युद्ध हुआ जिसमे कौरवों का सर्वनाश हुआ। कथा वाचक ने कहा कि जो व्यक्ति सही आचरण सही नीतियों तथा धर्म व गुरु की शिक्षा के अनुसार चलता है उसकी सदा विजय होती है। दुर्योधन व रावण महान योद्धा थे पर उनका आचरण व नीतियां सही नही थी धर्म व गुरु की शिक्षा पर वह कभी नही चले इसलिए उनका सर्वस्व विनाश हुआ।

हरिजी महाराज ने कहा कि हर शिष्य को अपने गुरु द्वारा दी गई शिक्षा का सम्मान करना चाहिए और गुरु की आज्ञा का पालन करना चाहिए जो शिष्य ऐसा करता है उन्हें जीवन मे हमेशा सफलता ही मिलती है। सेवा धाम के प्रेस सचिव डी डी कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कथा 17 जुलाई तक चलेगी कथा का समय दोपहर 1 बजे से सांय 4 बजे तक का है। कथा के बाद प्रतिदिन भण्डारे का आयोजन भी आयोजकों द्वारा किया जा रहा है। कमेटी ने क्षेत्र वासियो से अधिक से अधिक संख्या में आकर कथा श्रवण करने की अपील की है।



