गुर्दा प्रत्यारोपण में प्रतिरक्षादमन पर शोध के लिए मिला पुरस्कार, पीजीआई चंडीगढ़ में बतौर प्रोजेक्ट साइंटिस्ट कर रहीं कार्य।
आशीष गुप्ता//दैनिक हिमाचल न्यूज- दाड़लाघाट क्षेत्र की बेटी डॉ. रितिका पंवार, जो वर्तमान में पी.जी.आई. चंडीगढ़ के फार्माकोलॉजी विभाग (गुर्दा प्रत्यारोपण) में बतौर प्रोजेक्ट साइंटिस्ट कार्यरत हैं, इस बेटी ने जयपुर में आयोजित 35वें टैक समिट में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त कर न केवल अपने संस्थान बल्कि हिमाचल प्रदेश और दाड़लाघाट क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

डॉ. रितिका को यह पुरस्कार ट्रांसप्लांट इम्यूनोस्प्रेशन (गुर्दा प्रत्यारोपण में प्रतिरक्षादमन) पर आधारित उनके अध्ययन के लिए दिया गया। यह कार्य अंतरविभागीय सहयोग की उत्कृष्ट मिसाल माना गया है। डॉ. रितिका दाड़लाघाट निवासी सेवानिवृत्त वन परिक्षेत्र अधिकारी भगत राम पंवार की सबसे छोटी बेटी हैं।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर दाड़लाघाट से प्राप्त की, जबकि जमा एक की पढ़ाई महावीर स्कूल सुंदरनगर से तथा जमा दो की परीक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दाड़लाघाट से उत्तीर्ण की। इसके उपरांत उन्होंने शूलिनी विश्वविद्यालय, सोलन से बायोटेक्नोलॉजी में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। बाद में उन्होंने बायोटेक स्कूल, बंगलुरु से फार्माकोलॉजी में एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त किया।

वर्ष 2018 से डॉ. रितिका पी.जी.आई. चंडीगढ़ के फार्माकोलॉजी (गुर्दा प्रत्यारोपण) विभाग में बतौर साइंटिस्ट कार्यरत हैं। उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र के लोगों में अपार हर्ष है। निहायत मिलनसार, हंसमुख और मददगार स्वभाव की रितिका अपने संस्थान में भी सहयोगियों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। क्षेत्रवासियों ने डॉ. रितिका पंवार और उनके माता-पिता को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी है।



