देहरादून अस्पताल में ली अंतिम सांस, गांव थावना में गम का माहौल
ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- 20 वर्षीय रिया कंवर, जो पिछले एक साल से ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी, ने 9 दिसंबर की रात देहरादून के जौली ग्रांट हिमालय अस्पताल में अंतिम सांस ली। रिया की मौत की खबर से न सिर्फ उसके परिवार, बल्कि पूरे कुनिहार क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मंगलवार सुबह रिया का पार्थिव शरीर देहरादून से उसके पैतृक गांव थावना पहुंचा, जहां छोटे भाई सक्षम कंवर ने रीति-रिवाजों के साथ उसका अंतिम संस्कार किया।
रिया का अधूरा सपना
कालेज की पढ़ाई शुरू करते ही रिया ने अपने माता-पिता का सहारा बनने का सपना देखा था। लेकिन एक साल पहले अचानक उसके पेट में दर्द हुआ, जिसे लेकर परिवार उसे कुनिहार के स्थानीय अस्पताल ले गया। वहां से उसे शिमला के आईजीएमसी रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी जरूरी टेस्ट के बाद उसे ब्लड कैंसर होने की पुष्टि की। इस खबर ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।
इलाज के लिए हर मुमकिन कोशिश
डॉक्टरों ने रिया के इलाज के लिए 40 लाख रुपए का खर्च बताया। रिया के पिता विजेंद्र सिंह कंवर, जो दिहाड़ी मजदूर हैं, ने अपनी सारी जमा पूंजी इलाज में लगा दी। परिवार ने सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से मदद की अपील की, जिसे देखकर क्षेत्र के लोगों और समाजसेवियों ने दिल खोलकर मदद की। चंडीगढ़ में रिया का इलाज चला और कुछ समय के लिए वह ठीक होकर घर भी लौटी। लेकिन बीमारी ने दोबारा दस्तक दी, और इस बार रिया की तबीयत और बिगड़ गई।
हर कोशिश रही नाकाम
परिजन उसे देहरादून के जौली ग्रांट अस्पताल ले गए, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी रिया को बचाया नहीं जा सका। रिया के माता-पिता ने अपनी बेटी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
एक मासूम बेटी, जिसने अपने सुनहरे सपने देखे थे, आज सदा के लिए सबको अलविदा कह गई। उसकी यादें हमेशा उसके परिवार और क्षेत्र के लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी।