ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- प्रजापिता ब्रह्मा-कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अर्की उप सेवा केन्द्र में 88वीं त्रिमूर्ती शिव जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य सेवा केन्द्र सोलन से पधारी राजयोगिनी सुषमा बहन ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अतिरिक्त सुषमा दीदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि परमात्मा शिव का नाम संज्ञावाचक नहीं अपितु उनके दिव्य गुणों और कर्तव्यों के अनुरूप गुणवाचक एवं कर्तव्य वाचक है। उनका स्वरूप निराकार ज्योति होने के कारण ही वह कलयुगी सृष्टि में अवतरित होकर अज्ञान अन्धकार में भटकती हुई मनुष्य आत्माओं को ज्ञान का प्रकाश देकर युग परिवर्तन एवं सृष्टि परिवर्तन का कल्याणकारी कर्तव्य करते हैं। इसके कारण ही भक्ति में उनका स्मरण “ज्ञान सूर्य प्रगटा, अज्ञान अन्धेर विनाश” की उक्ति के रूप में किया जाता है। उन्हें ही “सत्यम् शिवम् सुन्दरम् भी कहा गया है। अत: उनके सत्य स्वरूप एवं सत्य ज्ञान को पहचान कर और जीवन में धारण करने से ही मनुष्यों का वास्तविक कल्याण हो सकता है। स्थानीय उप सेवा केन्द्र संचालिका राजयोगिनी सुमन बहन ने सभी का धन्यवाद किया।