दाड़लाघाट:-(आशीष गुप्ता)अध्यापक वर्ग की भर्ती की प्रक्रिया दो सालों से चल रही है जो अभी तक पूरी नही हो पाई।यह बात कांग्रेस के महासचिव संजय अवस्थी ने अपने प्रेस ब्यान में कही।
उन्होंने कहा की पिछले साल सितंबर में टीजीटी मेडिकल,शास्त्री व आर्टस की परीक्षा हो चुकी है।और टीजीटी मेडिकल एक बार अप्रैल में काउंसिलिंग प्रकिया रद्द होने के बाद पिछले महीने काउंसिलिंग हो चुकी है। लेकिन सरकार ने परिणाम अभी तक नहीं निकाला। शास्री भर्ती की कांउसलिंग 15 जुलाई 2021 से 5 अगस्त 2021 तक है। कारण यह है कि सरकार बड़ी चतुराई से बेरोज़गारों के साथ खेल रही है।इसके पीछे का गणित यह है की जो कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती होती हैं वो तीन वर्ष अपने पूरे करने के बाद अप्रैल और सितंबर में रेगुलर हो पाते हैं।यदि सितंबर के बाद वह नियुक्ति होती हैं तो तीन वर्ष पूरे करने के बाद भी लगभग छ: महीने बाद रेगुलर हो पाएंगे।जिससे सरकार को उनका वेतन नहीं देना पड़ेगा।यही हिमाचल प्रदेश सरकार भी कर रही है।उन्होंने कहा कि एक दो लोगों का रिज़ल्ट निकाल कर लोगों को यह दिखाना चाहता है कि सरकार रोज़गार दे रही है।संजय अवस्थी ने कहा कि कमीशन पास करने के बाद भी दो साल का कॉन्ट्रेक्ट सरकार में क्यों रखा है।जब कमीशन निकाल कर युवा आते हैं तो सीधी भर्ती क्यों नही रखी जाती।उन्होंने कहा कि बैचवाइज़ भर्ती भी सरकार ने तब की है क्योंकि हिमाचल में चुनाव होंगे उसमें वह जनता को जताना चाहता है कि उन्होंने बेरोजगारों को रोज़गार दिया है।जिन्होंने कमीशन पास किया है रोज़गार उनका हक है सरकार की दया नहीं है।संजय अवस्थी ने कहा की सरकार रिटायर टीचरों के लिए तो एक्सटेंशन दे रही है।लेकिन जो पढ़ा लिखा बेरोजगार युवा है उसे नौकरी नहीं दे पा रही है।इससे सरकार की नियत पर भी सवाल उठ खड़े होते है आखिरकार क्यों नही ये रिजल्ट निकल रहे।उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नियत ठीक है तो वह जल्द से जल्द रिजल्ट निकालें ताकि शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।