ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज : हिमाचल प्रदेश में पहली बार किसी विभाग के पेंशनरों को अपने वित्तीय लाभों की मांग को लेकर सड़क पर उतरना पड़ा है। प्रदेश पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन जिला सोलन के संयोजक एवं वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर ने बताया कि यह प्रदेश के इतिहास में अभूतपूर्व स्थिति है, जब पेंशनरों को धरना-प्रदर्शन कर सरकार के समक्ष अपनी आवाज उठानी पड़ रही है।

प्रेम कंवर, दीप राम ठाकुर, ओम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर, रती राम शर्मा, ओम प्रकाश, श्याम लाल ठाकुर, सतपाल शर्मा, पुष्पा सूद, बेद ठाकुर, धर्म सिंह ठाकुर, चमन लाल, दिलाराम, हरसिंह पाल, रणदीप राणा सहित अन्य सदस्यों के साथ अपने संयुक्त बयान में कहा कि अब तक पेंशनरों को उनके डीए और अन्य वित्तीय लाभ बिना किसी आंदोलन के मिलते रहे हैं। लेकिन वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पहली बार ऐसा हुआ है कि इन्हें अपने अधिकारों के लिए धरना और नारेबाजी करनी पड़ रही है।

तनवर ने कहा कि सरकार को यह समझना चाहिए कि जो लोग आज पेंशनर हैं, उन्होंने अपनी जवानी के 30 से 40 वर्ष प्रदेश की सेवा में समर्पित किए हैं। अफसोस की बात है कि सरकार न तो उनकी सुन रही है और न ही उनके प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि पेंशनरों के सभी वित्तीय लाभ एकमुश्त जारी करे और उनके मान-सम्मान को बनाए रखे।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को सोशल मीडिया और खुफिया एजेंसियों से मिल रही प्रतिक्रियाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, क्योंकि अब पेंशनरों के बीच सरकार के प्रति गहरा असंतोष पनपने लगा है। तनवर ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो यह रोष आने वाले समय में सरकार के लिए बड़ा राजनीतिक परिणाम लेकर आ सकता है।

