ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- सोलन जिला के चिल्ला गांव की रहने वाली और जड़ी-बूटी से आंखों का इलाज करने वाली बुजुर्ग महिला सत्या देवी अब इस दुनिया में नहीं रहीं। उन्होंने बीती शाम करीब 80 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनके जाने से न केवल चिल्ला गांव, बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर है।

सत्या देवी अपनी अनोखी जड़ी-बूटी वाली दवा के लिए पूरे हिमाचल ही नहीं, देशभर में जानी जाती थीं। दूर-दूर से लोग सिर्फ उनकी एक बूंद दवा लेने सोलन आते थे, क्योंकि उन्हें भरोसा था कि उनकी आंखों की रोशनी फिर से लौट सकती है।

वे आंखों में खास जड़ी-बूटी से बनाया गया पानी डालती थीं, जिसे लोग चमत्कारी मानते थे। कई लोगों ने कहा कि उनकी सालों पुरानी आंखों की परेशानी इस इलाज से ठीक हो गई। उनकी यह कला लंबे समय से चर्चा में रही।

आज सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया। भारी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। गांव के बड़े-बुजुर्ग हों या युवा, सभी ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
एक सेवा भाव से भरा जीवन, जो अब यादों में रहेगा
सत्या देवी सिर्फ एक घरेलू उपचार करने वाली महिला नहीं थीं, बल्कि वे हजारों लोगों के लिए उम्मीद की किरण थीं। उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के लोगों की सेवा की और अपनी जड़ी-बूटियों की कला से कई आंखों को रोशनी दी।
उनका सादा जीवन, लोगों की मदद करने की भावना और इलाज का उनका तरीका, अब एक यादगार विरासत बन चुका है। लोग उन्हें और उनके काम को हमेशा याद रखेंगे।

