ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज : उपमंडल अर्की के अंतर्गत ग्राम पंचायत धुन्दन के ग्राम टूयरू में आत्मा परियोजना के तहत प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मास्टर ट्रेनर रूप लाल वर्मा तकनीकी सहायक भूषण प्रेमी ने किसानों को शून्य लागत प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया।

मास्टर ट्रेनर रूप लाल वर्मा ने किसानों को रासायनिक खादों और कीटनाशकों से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन रसायनों का अत्यधिक प्रयोग भूमि की उर्वरता को प्रभावित करता है और मानव स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदेह है। उन्होंने स्थानीय देशी गाय के गोबर, गौमूत्र और दूध से तैयार किए जाने वाले जीवामृत, घन जीवामृत जैसे जैविक उत्पादों को खेतों के लिए लाभकारी बताया।

किसानों को जैविक खाद तैयार करने की विधियां भी सिखाई गईं, साथ ही कीट नियंत्रण के घरेलू उपायों की जानकारी भी दी गई।

तकनीकी सहायक खण्ड कुनिहार(आत्मा)भूषण प्रेमी ने किसानों से अपील की कि वे रासायनिक खेती के स्थान पर शून्य लागत वाली प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हों। इससे न केवल उत्पादन शुद्ध होगा बल्कि खेती की लागत में भी भारी कमी आएगी।
शिविर में कुल 50 किसानों ने भाग लिया और प्रशिक्षण के अंत में प्राकृतिक खेती को अपनाने की दिशा में कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।

पूर्व पंचायत उप प्रधान त्रिलोक ठाकुर भी इस शिविर में विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि यह शिविर किसानों के लिए न केवल जानकारीवर्धक रहा, बल्कि प्राकृतिक खेती को लेकर एक सकारात्मक पहल भी साबित होगा।इस दौरान पंचायत के टुयरु वार्ड के सदस्य कृष्णलाल ठाकुर ,पूर्णचंद, मनीराम, देवीचंद ,लेखराम, देवराज, मनोज कुमार, रीता देवी,सुमन कुमारी,विद्या देवी,कमला देवी और नर्वदा सहित अन्य किसान मौजूद रहे।


