ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अर्की उपमंडल के कोठी(कुनिहार) पंचायत के शांकली गांव में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में पांचवे दिन आचार्य श्री संदीप वशिष्ठ जी ने भगवान श्री कृष्ण की अद्भुत लीलाओं का सुंदर वर्णन किया। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि जब श्री कृष्ण ग्वालों के साथ अपनी बांसुरी बजाते थे, तो पूरे गांव के लोग और गोपियां उस मधुर धुन को सुनकर मंत्रमुग्ध हो जाते थे।

आचार्य जी ने गोपियों के साथ भगवान श्री कृष्ण की रासलीला का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब श्री कृष्ण ने देखा कि गोपियां उनके प्रति अत्यधिक मोह रखने लगी हैं, तो वे वहां से अंतरध्यान हो गए। गोपियां, कृष्ण को ना देखकर, व्याकुल हो उठीं और उन्हें ढूंढने के लिए इधर-उधर दौड़ पड़ीं। यमुना के किनारे पहुंचकर वे वटवृक्ष के पास राधा जी से श्री कृष्ण के बारे में पूछने लगीं। यह प्रसंग श्रोताओं के मन को भावविभोर कर गया।

पांचवे दिन की कथा सुनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। भक्ति और श्रद्धा से ओतप्रोत माहौल में कथा श्रवण करने वाले श्रोताओं का तांता लगा रहा। आचार्य श्री ने कथा के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेते हुए धर्म, प्रेम और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।
इस आयोजन ने क्षेत्र के लोगों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया और श्रीमद्भागवत कथा का महत्व दर्शाया।




