ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत दावटी के सावग गांव के वीर सैनिक सूबेदार लालसिंह ने भारतीय सेना में 28 वर्षों तक निस्वार्थ सेवा के बाद सेवानिवृत्त होकर अपने गांव वापसी की।
भारतीय सेना की 51 मीडियम रेजिमेंट आर्टिलरी के जवान रहे सूबेदार लालसिंह ने जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, असम, पंजाब, और उत्तर प्रदेश जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दीं। उनकी इस सेवा में कारगिल युद्ध सहित कई महत्वपूर्ण सैन्य ऑपरेशन्स में साहसिक योगदान शामिल है, जिसने क्षेत्र के लोगों का सिर गर्व से ऊंचा किया है।
सूबेदार लालसिंह की सेवा और वीरता से गांव में गर्व का माहौल है। सेवानिवृत्ति के बाद गांव लौटने पर उनके परिवार, रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। उनके स्वागत के इस आयोजन में पूर्व सैनिक लीग अर्की के अध्यक्ष पदमदेव सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमचंद चौहान सहित अनेक पूर्व सैनिकों ने भी भाग लिया और उनकी वीरता की सराहना की।
सूबेदार लालसिंह का देशभक्ति का जज्बा उनके ताया हरिसिंह ठाकुर से मिला, जो स्वयं भारतीय सेना में रहकर 1962, 1965 और 1971 के युद्धों में शामिल हुए थे। उनकी इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए लालसिंह ने अपने पूरे कार्यकाल में देश के प्रति कर्तव्यनिष्ठा और वीरता का परिचय दिया। उनके साहस और समर्पण ने न केवल गांव के लोगों को गौरवान्वित किया, बल्कि क्षेत्र के युवाओं को सेना में जाने और देश की सेवा करने के लिए प्रेरित भी किया है।
इस अवसर पर सूबेदार लालसिंह ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि देशसेवा का यह सफर उनके लिए गर्व का विषय रहा है, और वह हमेशा अपने क्षेत्र और देश के प्रति कृतज्ञता का भाव रखेंगे। उनके इस योगदान की सराहना करते हुए सभी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और भविष्य के लिए उनका हौसला बढ़ाया।