ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश ने कंगना रन्नौत के उस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है जिसमें उसने कहा है कि भारत को 1947 में भीख मिली थी और उसको आजादी तो 2014 में ही प्राप्त हुई।संघ के प्रधान पुरुषोत्तम कालिया,महासचिव हरीश गुप्ता,नरेंद्र संख्यान,मधु ठाकुर,नीलम ठाकुर,सुषमा दत्याल,मंडी के प्रधान हितेंद्र शर्मा,जगदीश गुलेरिया,कांगड़ा के प्रधान नवरत्न नाग,ऊना के प्रधान ओपी डांग,शिमला के प्रधान अतुल शर्मा,कुल्लू के प्रधान कमला प्रार्थी,हमीरपुर के प्रधान नरेश शर्मा,सचिव अशोक कंवर,वित्त सचिव हरीश नंदा,सोलन के प्रधान राजेंद्र सिंह,सिरमौर के प्रधान नरेंद्र चौहान,राजीव कुमार,राय सिंह,कश्मीर सिंह,लेखराज,हेमराज शर्मा तथा हमीरपुर के महासचिव मान चंद ने कंगना से सभी स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार व समस्त भारतीयों से क्षमा याचना करने को कहा है,जिसके बयान से उनके दिलों को भारी ठेस पहुंची है,उसने उन शहीदों का अपमान किया है,जिन्होंने आजादी दिलाने में भारी यातनाएं सही और हंसते-हंसते देश के लिए कुर्बान हो गए।उन्होंने कहा कि कंगना इतने नीचे गिर गई है कि उसने अपने पूर्वजों को भी नहीं बख्शा,क्योंकि उसके दादा सरजू सिंह हिमाचल के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं।संघ कंगना की इस बयान की कुकृत्य की भर्त्सना करता है,जिससे समाज में घृणा फैल रही है।संघ ने कहा है कि कंगना भविष्य में सोच समझकर बयान बाजी करें और अपनी जुबान पर लगाम लगाये,नहीं तो उसका हिमाचल में प्रवेश निषेध कर दिया जाएगा।