ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज-उपमंडल अर्की के अंतर्गत आने वाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) धुंदन क्षेत्र की 11 पंचायतों का केंद्र बिंदु है और इसके अधीन लगभग 25 हजार की आबादी आती है। लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के कारण यहां के लोगों को इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में भटकना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पीएचसी में कार्यरत डॉक्टर को अक्सर डिपुटेशन पर अन्य स्थानों पर भेज दिया जाता है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं, सहायक रेडियोग्राफर का पद लंबे समय से खाली है और दंत चिकित्सक के पास आवश्यक उपकरणों की कमी है। दांत संबंधी समस्याओं से ग्रस्त मरीज मायूस होकर अन्य अस्पतालों का रुख करने को मजबूर हैं।

धुंदन पंचायत के उपप्रधान मदनलाल शर्मा, हनुमान बडोग पंचायत के पूर्व प्रधान कृष्ण सिंह कंवर, तथा स्थानीय ग्रामीण — कृष्ण चंद गुप्ता, हेमंत गुप्ता, मुकेश, रोहित और रितु ठाकुर ने कहा कि सरकार के स्वास्थ्य संबंधी दावे जमीनी स्तर पर खोखले साबित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने पीएचसी में डॉक्टर की स्थायी नियुक्ति, रेडियोग्राफर की तैनाती और दंत उपकरण शीघ्र उपलब्ध करवाने की मांग की है।

इस संबंध में बीएमओ अर्की डॉ. मुक्ता रस्तोगी ने बताया कि धुंदन में डॉक्टर सोमवार से अपनी ड्यूटी जॉइन करेंगे। वहीं, रेडियोग्राफर और दंत उपकरणों की कमी के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया है कि धुंदन पीएचसी की समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अन्य अस्पतालों में भटकना न पड़े।


