ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज – हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा राज्य में लॉटरी को वैध करने के निर्णय पर नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सरकार के इस कदम को प्रदेश की जनता के हितों के खिलाफ बताते हुए कहा कि इससे अनेक परिवारों की आर्थिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ेगा।

जय राम ठाकुर ने कहा कि चार दिनों तक चली कैबिनेट बैठक के अंत में “व्यवस्था परिवर्तन” का दावा करने वाली सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने लॉटरी को वैध कर जनता की जमा पूंजी पर हाथ साफ करने की योजना को मंजूरी दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले जब लॉटरी का प्रचलन था, तब अनेक परिवार कर्ज में डूबे, घर नीलाम हुए, और कई लोगों ने आत्महत्या तक कर ली। उन्होंने कहा कि अब वही दौर सरकार दोहराना चाहती है।

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “आत्मनिर्भर हिमाचल” की आड़ में सरकार पहले भांग की खेती को कानूनी मान्यता देने की बात कर रही थी, फिर स्कूल-कॉलेजों के पास शराब की दुकानें खुलवा दीं, और अब उससे एक कदम आगे बढ़ते हुए लॉटरी को भी वैध कर दिया गया है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक स्थिरता के लिए घातक है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस फैसले की कटु निंदा करती है और सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग करती है।

उल्लेखनीय है कि 31 जुलाई को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य में लॉटरी संचालन को अनुमति देने का निर्णय लिया गया है, जिसे लेकर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है।

