ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- जिला पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन सोलन की जिला स्तरीय संघर्ष समिति ने 18 जून 2025 को कसौली में उपमंडलाधिकारी (नागरिक) कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। यह फैसला संगठन की एक आपात बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष एवं राज्य कार्यकारिणी के मुख्य सलाहकार के. डी. शर्मा ने की।

उन्होंने बताया कि पेंशनरों की पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश सरकार को 9 अप्रैल 2025 को पत्र संख्या 70-76 के माध्यम से अवगत कराया गया था। सरकार से आग्रह किया गया था कि इन मांगों पर 15 दिनों के भीतर निर्णय लिया जाए, लेकिन इतने समय बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस उदासीनता के विरोध में अब संगठन चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है।

पिछले चरणों में संगठन ने 5 मई को नालागढ़, 21 मई को अर्की और 28 मई को कंडाघाट में उपमंडलाधिकारी कार्यालयों के बाहर धरना-प्रदर्शन किए और सरकार को ज्ञापन सौंपे। बावजूद इसके सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। के. डी. शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार को बने लगभग पौने तीन साल का समय हो चुका है, लेकिन चुनावों से पहले किए गए वादों को अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कई बार यह आश्वासन दे चुके हैं कि राज्य कार्यकारिणी की संयुक्त सलाहकार समिति का गठन किया जाएगा और शीघ्र बैठक भी बुलाई जाएगी, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।

धरने से पहले सभी पेंशनर्स 18 जून को सुबह 11 बजे पंचायत घर गड़खल (सनावर रोड) में एकत्रित होंगे, जहां से रैली की शक्ल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कसौली स्थित उपमंडलाधिकारी कार्यालय पहुंचेंगे और वहां धरना-प्रदर्शन करेंगे। संगठन ने सभी 12 यूनिटों के पदाधिकारियों और सदस्यों से अपील की है कि वे इस आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर इसे सफल बनाएं।

इस संबंध में जानकारी जिला मीडिया प्रभारी डी. डी. कश्यप ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।


