ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- दाड़लाघाट से सम्बन्ध रखने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजीव गुप्ता का वीरवार सुबह शिमला स्थित उनके आवास पर हृदयगति रुकने से अचानक निधन हो गया। वे 60 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार बुधवार रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा और गुरुवार सुबह वे अपने घर में मृत अवस्था में पाए गए।

मृदुभाषी, मिलनसार और सादगी से भरपूर संजीव गुप्ता अपने पीछे एक ऐसी स्मृतियों की पूंजी छोड़ गए हैं, जो लंबे समय तक क्षेत्रवासियों के दिलों में जीवित रहेंगी। वे न केवल एक राजनेता थे, बल्कि युवाओं के मार्गदर्शक, समाजसेवी और कला-संस्कृति प्रेमी भी थे। स्कूल समय से ही वे नाटकों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे और एक सुरीले गायक के रूप में भी अपनी पहचान रखते थे। संगीत उन्हें आत्मा की तरह प्रिय था।

राजनीतिक जीवन में उनका सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ। कॉलेज और विश्वविद्यालय के समय से वे एनएसयूआई और युवा कांग्रेस से जुड़े रहे। अपनी मेहनत और समर्पण से उन्होंने कांग्रेस पार्टी में प्रदेश स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे हिमाचल कांग्रेस के राज्य कन्वीनर भी रहे और संगठन को मजबूती देने में हमेशा अग्रणी रहे।

संजीव गुप्ता अपने पीछे वृद्ध माता, दो भाई व परिवार छोड़ गए हैं। उनका पुत्र एम.टेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में एक प्रतिष्ठित कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत है। उनका अंतिम संस्कार शिमला के संजौली में संपन्न हुआ।

उनके असमय निधन से पूरे दाड़लाघाट और अर्की क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। विधायक संजय अवस्थी, ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सतीश कश्यप, पूर्व उपप्रधान राजेश गुप्ता, एडीकेएम प्रधान वेद प्रकाश शुक्ला, बीएलएल प्रधान जगदीश ठाकुर, वरिष्ठ नेता मोहन सिंह ठाकुर, लाला शंकर दास अरोड़ा, मनोज गौतम, प्रेम केशव, कमलेश गौतम, सुरेंद्र वर्मा, तिलकराज गौतम, श्याम सिंह चौधरी, नरेंद्र सिंह चौधरी, पूर्व जिला परिषद सदस्य रामकृष्ण शर्मा, पंचायत समिति कुनिहार की अध्यक्ष सोमा कौंडल, पूर्व प्रधान सुरेंद्र शुक्ला समेत क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने गहरा शोक प्रकट किया है।

सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
संजीव गुप्ता भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी सरलता, सेवा भावना और सजीव स्मृतियां सदैव प्रेरणा देती रहेंगी।

