ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज :- भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ, इकाई जयनगर की बैठक अध्यक्ष सोहन लाल ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पेंशनरों की विभिन्न समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा की गई।

अध्यक्ष ने जानकारी दी कि हिमाचल सरकार द्वारा महंगाई भत्ते की तीन किश्तें अभी देनी शेष हैं, जबकि दो किश्तों का एरियर भी लंबित है। केंद्र सरकार जहां अपने कर्मचारियों को 55% महंगाई भत्ता दे रही है, वहीं हिमाचल प्रदेश के पेंशनरों को केवल 42% ही मिल रहा है। इसके अतिरिक्त, लगभग 70 महीनों का महंगाई भत्ते काJ एरियर अब तक पेंडिंग है।
पेंशनभोगियों के लिए चिकित्सा बिलों का भुगतान भी एक बड़ी समस्या बन गया है। सरकार की ओर से बिलों का भुगतान न होने के कारण अनेक बीमार पेंशनर्स को इलाज कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

बैठक में वक्ताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक न होने का दावा कर रही हैं, परंतु अपने वेतन-भत्तों के अलावा किसी भी वर्ग को राहत नहीं दी जा रही। पेंशनर्ज संघ ने मांग की कि जनवरी 2016 से 2022 के बीच सेवानिवृत्त कर्मचारियों की बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान किया जाए और बकाया तीन किश्तों के महंगाई भत्ते को तुरंत जारी किया जाए।

इसके साथ ही यह भी उजागर किया गया कि सरकार ने जुलाई 2022 से लेकर आज तक के 30 महीनों और जनवरी 2023 से आज तक के 23 महीनों के महंगाई भत्ते व संशोधित वेतनमान के एरियर का बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है। जबकि दूसरी ओर सदन में विधायकों और मंत्रियों के वेतन में 24% की वृद्धि कर दी गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार की प्राथमिकताएं पेंशनर्स की बजाय खुद पर केंद्रित हैं।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 9 अप्रैल को अर्की में प्रस्तावित जिला कार्यकारिणी के चुनावों में जयनगर इकाई से 20 से अधिक सदस्य भाग लेंगे।

