
ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट,बाघल विकास परिषद की बैठक में अंबुजा सीमेंट प्लांट में रोजगार के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। परिषद के अध्यक्ष परसराम (पिंकू) ने कहा कि 16 जून 1992 के एमओयू के अनुसार लैंड लूजर और प्रभावित परिवारों को नियमित रूप से रोजगार दिया जाना चाहिए,न कि कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए,जैसा कि सांघी सीमेंट प्लांट में हुआ था। उन्होंने कहा कि दाड़लाघाट सीमेंट प्लांट क्षेत्रीय लोगों की पुस्तैनी जमीन देने के कारण यहां यह उद्योग स्थापित हुआ है,इसलिए कंपनी प्रबंधन और प्रशासन को लैंड लूजर और प्रभावित परिवारों को पुस्त दर पुस्त रोजगार देना चाहिए।

इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की कि पिछले दो वर्षों से जिन टेक्निकल कर्मचारियों को स्थानांतरित किया गया है,उन्हें वापस बुलाया जाए,जिससे प्लांट की उत्पादन क्षमता में सुधार हो सके और ट्रांसपोर्ट जगत को उचित कार्य मिल सके। इससे दाड़लाघाट में कार्यरत सभी परिवहन सभाओं को उचित कार्य मिल सकेगा,जैसा कि पूर्व में भी मिलता रहा है।








