ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज :- नया सवेरा जनकल्याण समिति अर्की के अध्यक्ष व एडवोकेट भीम सिंह ठाकुर ने केंद्र सरकार के वित्तीय बजट 2025-26 को हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य की पूर्ण रूप से अनदेखी करार दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में बेरोजगारी, बढ़ती महंगाई और गरीबी को कम करने के लिए कोई ठोस प्रावधान नहीं किया गया है।

ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवा, कांट्रेक्चुअल सरकारी कर्मचारी, आउटसोर्स कर्मचारी, मिड-डे मील वर्कर और आशा वर्करों की सहायता के लिए बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया। हिमाचल की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन इस क्षेत्र को भी बढ़ावा देने के लिए किसी योजना का उल्लेख नहीं किया गया।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में रेल विस्तार और बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर भी बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं है। पिछले वर्ष प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को उम्मीद थी कि केंद्र सरकार विशेष आर्थिक राहत पैकेज देगी, लेकिन बजट में इसकी कोई झलक नहीं दिखी।
ठाकुर ने हालांकि मध्यम वर्ग को आयकर स्लैब में दी गई राहत का स्वागत किया, लेकिन इसे हिमाचल के संपूर्ण विकास के लिहाज से अपर्याप्त बताया। उन्होंने बजट को प्रदेश के लिए निराशाजनक करार दिया।


