ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट अभी कोरोना ने पूर्णतया मानव जाति का पीछा नहीं छोड़ा और ओमिक्राॅन के आने की आहट सुनाई देने लग पड़ी,फिर भी थोड़ी राहत मिलने से लोग अपने रोजमर्रा के कार्यों को करने के लिये बाहर निकल रहे है,तो वहीं सरकारी इंतजामों के लचरपन की पोल भी खुलती नजर आ रही है जिस से सरकारी तंत्र की खामियां कहीं न कहीं लोगो पर भारी पड़ रही है जैसे जैसे स्कूल,कॉलेज खुल रहे हैं वैसे वैसे बसों में यात्रियों का इजाफा भी हो रहा है,जिस से ओवरलोडिंग जैसे हालात देखने को मिल रहे है तो उस से यात्रियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।ऐसा ही वाक्य तब देखने को आया जब शुक्रवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बुघार-शिमला चलने वाली बस में ओवरलोडिंग के चलते स्कूली छात्रा की अचानक तबियत खराब हो गयी।सवारियों से खचाखच भरी बस में छात्रा को अचानक से सांस की समस्या उत्पन्न हो गयी जिस कारण उक्त छात्रा को चक्कर आ गया उसे लोगो की मदद से आपातकाल में अस्पताल ले जाया गया।कंसवाला विद्यालय में नवमीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा दिव्य ठाकुर ने बताया कि बस में बहुत सवारियां थी जिससे उसका दम घुटने लगा क्योंकि बस में बहुत भीड़ हो चुकी थी इतनी भीड़ हो चुकी थी कि बस के दरवाजों को बाहर से बन्द करना पड़ रहा था जिस कारण उसके हाथ मे भी चोट आ गयी थी,क्योंकि बस खचाखच भरने से वह खिड़की तक पहुंच चुकी थी लोग एक दूसरे को धक्का मार रहे थे,उसका सर खिड़की से टकराया व उसके हाथ में खिड़की से रगड़ कर चोट आ गयी,जिस कारण वह वहीं नीचे बैठ गयी,परन्तु सीट पर बैठा कोई भी शख्स सीट नही दे रहा था जब बस रुकी तो दरवाजा खोला तो वह बाहर गिर गयी और उसकी एक सहेली ने उसे उठाया।दिव्य के पिता रूप लाल ठाकुर ने कहा कि बसों में ओवरलोडिंग की वजह से ऐसा हुआ है,पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है।उन्होंने कहा कि बसों में ओवरलोडिंग बन्द होनी चाहिए।उन्होंने चेताया कि इस प्रकार किसी के साथ भी कोई भी अनहोनी हो सकती है,अगर भविष्य में किसी के साथ ऐसा होता है तो हिमाचल पथ परिवहन निगम व बस चालक व परिचालक इसके जिम्मेदार होंगे।उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि बुघार-पारनू रूट पर विद्यालय के बच्चों के लिये अलग से बस का प्रावधान करें,जिससे आमजन को परेशानी का सामना ना करना पड़े।