ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़//राजेश/आशीष गुप्ता:-दाड़लाघाट अर्की विधानसभा क्षेत्र से गुजरने वाले एनएच-205 सड़क मार्ग व दिग्गल-मटुली सड़क की खस्ता हालत का मुद्दा अर्की विधानसभा क्षेत्र से विधायक संजय अवस्थी ने शीतकालीन विधानसभा सत्र में प्राथमिकता से उठाया।उन्होंने कहा कि सड़कें भाग्य रेखाएं तो होती ही हैं, साथ ही किसी भी प्रदेश का श्रृंगार भी होती हैं।इनके रखरखाव के लिए चिंतन करना बेहद जरूरी है।उन्होंने कहा कि नेशनल हाइवे-205 जो शिमला को अन्य जिलों से जोड़ता है व महत्वपूर्ण सड़कमार्ग है जिस पर पर्यटन की दृष्टि से पर्यटक भी यात्रा करते है।वहीं सासंद विधायक व सरकार के आला अफसर भी वहीं से, गुजरते हैं।उन्होंने कहा कि दाड़लाघाट से भराड़ीघाट तक सड़क में जगह जगह लगभग 2 फुट तक गड्ढे है,जिसके बारे में हमें देखना होगा की यह दयनीय स्थिति आखिर क्यों है।वहीं रामशहर से दिग्गल-मटुली से होकर कुनिहार
से शिमला आती है,उस सड़क की भी दयनीय स्थिति है।इन्हें सुधारकर हमें लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरना होगा।उन्होंने प्रश्न भी किया कि कुछ सड़के जो कि लोक निर्माण विभाग के पास है वो तो विभाग मुरम्मत कर भी लेता है,परन्तु उपचुनाव में प्रलोभन के लिए कुछ सड़के बनाई गई या फिर पंचायत व विधायक फंड द्वारा बनाई गई है,उन सडकों का क्या होगा।आज जो भी सड़के बनती है,वे शहर से हर गांवों तक कनेक्टविटी बनाती है परन्तु उन्हें धरातल पर लाकर सार्थक भी बनाना होगा।उन्होंने कहा कि आज उस पर भी चर्चा होनी चाहिए थी,जो 69 राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्रीय मंत्री द्वारा घोषणा की गई थी,परन्तु उसपर कोई भी चर्चा नही की गई।उन्होंने कहा कि सदन में सरकार की विकासात्मक कार्यों को तरजीह दी गई,परन्तु न जाने मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की क्या परिभाषा है,अगस्त माह में मुख्यमंत्री का अर्की दौरा हुआ था वहां उन्होंने आठ घोषणाएं की थी जिनमें दाड़लाघाट के सीएचसी का तो उद्घाटन भी कर दिया गया था,लेकिन 4 माह बीत जाने के बाद उस भवन में अभी भी ताले लटके हैं।उसके बाद उनके द्वारा मंडी में की गई घोषणाएं तो पूरी कर दी गई परन्तु अर्की अछूता क्यों रखा गया,अर्की में कोई भी घोषणा पूरी नही की गई आखिर क्यों अर्की के साथ भेदभाव रखा गया।संजय अवस्थी ने कहा कि हमे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करना होगा जिसके लिए हमें लोगों ने चुना है।गौरतलब है कि एनएच 205 सड़क मार्ग का कुछ हिस्सा जो शालाघाट,दाड़लाघाट तथा भराड़ीघाट के मध्य आता है उसकी हालत खस्ता बनी है,इस मसले को कई बार मीडिया के माध्यम से स्थानीय लोगों ने उठाया है लेकिन अभी तक इस पर कोई भी कार्यवाही सरकार व विभाग द्वारा नहीं की गई है।
