दैनिक हिमाचल न्यूज ब्यूरो
सब डिवीजनल लीगल सर्विसेज कमेटी, अर्की की ओर से आज एक ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का विषय हिमाचल में जलवायु परिवर्तन और वर्षा का विरोधाभास , अस्थिरता और संकट रहा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति की चेयरपर्सन एवं सिविल जज-कम-ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास अर्की, ईशानी शर्मा ने की। उन्होंने इस अवसर पर उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार चलाए जा रहे जागृति अभियान की जानकारी दी और कहा कि प्रकृति को बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं से अपील की कि आने वाले समय में इस अभियान से जुड़ें और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें।

मुख्य वक्ता डॉ. अमित विक्रम (प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केंद्र सोलन) ने जलवायु परिवर्तन और वर्षा के असंतुलन से उपजने वाले संकट पर प्रकाश डाला।
फोरम संगोष्ठी में डॉ. मीरा ठाकुर (वैज्ञानिक, मृदा विज्ञान) और डॉ. जी.डी. दुबे (प्रधान फार्म मैनेजर, सेवानिवृत्त, कृषि विज्ञान केंद्र सोलन) ने भी विचार साझा किए।

इस ऑनलाइन बैठक में विशेष अतिथि के रूप में डॉ. फ़ैयाज़ खु्दसर (बायोडाइवर्सिटी पार्क कार्यक्रम, दिल्ली विश्वविद्यालय), डॉ. अमरदीप गौतम (सेव सॉइल मूवमेंट, बनासकांठा, पूर्व वरिष्ठ शोध फेलो, दिल्ली विश्वविद्यालय) और ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर से जुड़े गायक एवं संगीतकार धीरज तंवर जुड़े।

इस दौरान बार एसोसिएशन अर्की के लगभग 15 सदस्य भी ऑनलाइन बैठक से जुड़े और उन्होंने कार्यक्रम को सार्थक बताया।
यह वेब सेमिनार दोपहर 1 बजे से 1:30 बजे तक चला, जिसमें जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों और समाज की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई।



