ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- अर्की उपमंडल की रोहांज-जलाना, पलोग (मांजू) और खनलग पंचायतों के ग्रामीण लंबे समय से पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। इसी समस्या के समाधान को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को उपमंडलाधिकारी अर्की निशांत तोमर को ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें 10 से 15 दिन के अंतराल पर ही पानी की सप्लाई मिल रही है। मजबूरन लोगों को निजी टैंकों के माध्यम से भारी खर्च कर पानी मंगवाना पड़ रहा है। कई बार वर्षा का पानी इस्तेमाल करना पड़ता है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

16 अगस्त को पलोग पंचायत में तीनों पंचायतों की बैठक हुई थी। बैठक में ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशैली पर कड़ा रोष व्यक्त किया। उनका कहना था कि बार-बार अवगत करवाने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रतिनिधिमंडल बनाकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाए और उनसे कड़ा संज्ञान लेने का आग्रह किया जाए।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पलोग पंचायत के काटल, मांजू, मानन, डंगरोग, टांगटा, बागी, काउली, कुफरी, ब्युली, नेर, पलोग और रोहांज-जलाना पंचायत के बतिवां, राहु, निंवा, संझेर, कुलाह तथा खनलग पंचायत के थला, खनलग, रौड़ी, नाहनु, मैथी, जदेला सहित कई गांवों को अर्की खड्ड तथा बडयावन उठाऊ पेयजल योजना से आपूर्ति दी जा रही है। पिछले कुछ समय से इन गांवों को गम्भर पेयजल योजना से भी जोड़ा गया है, इसके बावजूद ग्रामीणों को पानी की गंभीर समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद यदि लोगों को नियमित पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा तो यह विभागीय लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने एसडीएम से इस समस्या का स्थायी हल निकालने की मांग की।

इस मौके पर पलोग पंचायत के प्रधान नरेंद्र कुमार, उपप्रधान तिलकराज शर्मा, पूर्व प्रधान योगेश चौहान, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य मनोहर लाल शर्मा, भगतराम शर्मा, कृष्ण चंद शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, प्रेम सिंह, ज्ञानचंद, जीतराम, लेखराम, ओमप्रकाश चौहान, प्रेमचंद चौहान, ईश्वर सिंह, मोहनलाल, शमशेर सिंह, रतिराम, लक्ष्मीचंद, धर्मसिंह, नंदलाल, बनवारी लाल, यशपाल, टेकचंद सहित महिला मंडल पलोग की सदस्याएं भी मौजूद रहीं।

इस बीच, एसडीएम निशांत तोमर ने आश्वासन दिया कि इस समस्या को लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों से बात की जाएगी और जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।


