ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद् ने वर्तमान विधानसभा के शीतकालीन सत्र में “हिमाचल प्रदेश सरकारी कर्मचारी भर्ती एवं प्रोन्नति सेवा शर्तें विधेयक-2024” पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। परिषद् ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस विधेयक में संविदा (अनुबंध) कर्मचारियों की वरिष्ठता को उनकी नियुक्ति की तिथि के बजाय नियमितीकरण की तिथि से मानने के प्रावधान पर चिंता व्यक्त की है।

परिषद् के अध्यक्ष डॉ. मनोज शैल, महासचिव डॉ. अमित शर्मा, वित्त सचिव सोहनलाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त बयान में कहा कि अनुबंध पर वर्षों तक सेवा देने वाले कर्मचारियों की वरिष्ठता को नकारना उनके साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित विधेयक से कर्मचारियों में रोष उत्पन्न होगा और कार्यशैली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

परिषद् ने यह भी कहा कि अनुबंध कर्मचारियों ने अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण वर्ष सेवाओं में दिए हैं। उन्हें वित्तीय लाभ से वंचित करना उनके भविष्य की योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
परिषद् ने सरकार से अपील की है कि इस विधेयक पर पुनर्विचार किया जाए और कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए सार्थक कदम उठाए जाएं। यह निर्णय कर्मचारियों में आत्मविश्वास बढ़ाएगा और कार्यक्षेत्र में स्थिरता लाएगा।




