दाड़लाघाट,दैनिक हिमाचल न्यूज़/ब्यूरो
मजदूर किसान आम जनता विरोधी एवं महंगाई बढ़ाने वाली नीतियों के खिलाफ जिला एवं ब्लाक मुख्यालय में होने वाले प्रदर्शनों में लाल झंडा सीमेंट वर्कर यूनियन बागा ने भाग लिया।इस दौरान यूनियन ने कार्यालय से लेकर बाजार व पुलिस थाना बागा तक रैली का आयोजन किया।यह रैली विरोध प्रदर्शन के रूप में कृषि कानूनों को रद्द करने एवं श्रम कानूनों को बदलकर चार श्रम कानूनों में बदलने के खिलाफ तथा बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ की गई।रैली को संबोधित करते हुए यूनियन अध्यक्ष बलबीर ने सरकार पर तीखा हमला बोला।उन्होंने कहा कि कोरोना की आड़ में लाखों लोग बेरोजगार हुए तथा महंगाई अपने चरम सीमा पर पहुंच चुकी है,उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों को बदल दिया गया तथा किसानों के ऊपर 3 काले कानून थोप दिए गए।उन्होंने कहा कि सरकार किसान और मजदूर विरोधी है,यह सरकार ने साबित कर दिया है।रैली को संबोधित करते हुए यूनियन कोषाध्यक्ष एवं सह सचिव संजय कुमार ने सरकार का कड़ा विरोध किया और कहा कि सरकार किस तरह से किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही है और किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास भी कर रही है।उन्होंने सरकार को चेताया कि आप आंदोलन को कुचल नहीं सकते हैं,किसान मजदूर एकता के नारे को आज साबित करने की आवश्यकता है और उन्होंने नारा दिया कि हम एक हैं हम लड़ेंगे और जीतेंगे।यूनियन ने थाना प्रभारी बागा के माध्यम से एक ज्ञापन प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं प्रदेश मुख्यमंत्री हिमाचल सरकार को भेजा।इसमें अपील की है कि उपरोक्त मांगों की पूर्ति हेतु उचित कदम उठाकर कर्मचारियों व किसानों को राहत पहुंचाएं।यूनियन ने इस मांग पत्र के माध्यम से कहा कि मजदूर विरोधी चार लेबर कोर्ट को निरस्त किया जाए।तीन कृषि कानूनों व बिजली विधेयक 2020 को वापस लिया जाए।न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए कानून बनाया जाए।हिमाचल प्रदेश में मक्की व धान की सरकारी खरीद केंद्र खोले जाए।खाद्य वस्तुओं पेट्रोल डीजल व रसोई गैस की कीमतें कम की जाए।सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण बंद किया जाए।बढ़ती महंगाई पर रोक लगाई जाए।राशन वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक किया जाए।वही आंगनबाड़ी आशा मिड डे मील व मनरेगा मजदूरों को न्यूनतम वेतन लागू किया जाए।इस अवसर पर काफी संख्या में मजदूर किसान आदि शामिल रहे।