ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज – प्राथमिक शिक्षा के पूर्ण नियंत्रण और संचालन को प्रधानाचार्यों के अधीन लाने के निर्णय के विरोध में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ खंड अर्की व खंड धुंदन के बैनर तले सैंकड़ों जेबीटी शिक्षकों ने रविवार को उपमंडल मुख्यालय में रोष प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने सरकार और शिक्षा विभाग के इस निर्णय को प्राथमिक शिक्षकों के अधिकारों पर कुठाराघात बताया और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान एचपी पीटीएफ के उपाध्यक्ष रमेश चंद शर्मा, अर्की खंड के अध्यक्ष योगेश वर्मा, महासचिव विनय भार्गव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गेश बिष्ट, धुंदन खंड के अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा और महासचिव ज्ञान ठाकुर ने क्लस्टर सिस्टम के खिलाफ अपना सम्बोधन दिया।

सोमवार को शिक्षकों ने एसडीएम अर्की निशांत तोमर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संघ ने कहा कि विभाग द्वारा सितंबर 2024 में जारी अधिसूचना और इससे पहले नवंबर 2023 में किए गए क्लस्टर निर्माण से संबंधित निर्णयों का संघ ने पहले भी विरोध किया था।

संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि फरवरी 2024 में जारी संशोधित अधिसूचना में क्लस्टर सिस्टम को केवल रिसोर्स शेयरिंग तक सीमित रखने की बात कही गई थी, लेकिन अब विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षा का नियंत्रण और संचालन पूरी तरह प्रधानाचार्यों के अधीन लाना अनुचित है।

अर्की खंड के अध्यक्ष योगेश वर्मा और धुंदन खंड के प्रधान नरेंद्र शर्मा ने कहा कि यह निर्णय न केवल शिक्षकों के मनोबल को गिराने वाला है, बल्कि प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा। उन्होंने सरकार से इस अधिसूचना को तुरंत रद्द करने और पूर्व व्यवस्था बहाल करने की मांग की।


