ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आज अर्की नगर में मासिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान संस्थान के संस्थापक और संचालक आशुतोष महाराज जी की शिष्याओं साध्वी ममता भारती और साध्वी रितिका भारती ने सत्संग प्रवचन किया।

साध्वी रितिका भारती ने कहा कि भक्त द्वारा भगवान को पुकारने में देरी हो सकती है लेकिन भगवान भक्तों की सहायता हेतु आने में तनिक भी देरी नहीं लगाते। उन्होंने इतिहास से उदाहरण देते हुए बताया कि जो भी व्यक्ति ईश्वर की रजा में रजामंद रहता है उसके जीवन में हर समय आनंद की धार बरसती रहती है। सच्चा शिष्य ईश्वर से यही प्रार्थना करता है कि प्रभु आप हमारा हाथ हमेशा थामे रखना। हमारे जीवन में ऐसा कोई भी पल ना आए जब हमें आपकी याद ना आए ।

साध्वी भारती ने कहा कि सत्संग का अर्थ होता है सत्य अर्थात ईश्वर का संग करना। जहां कहीं पर भी ईश्वर की चर्चा होती है वहीं सच्चा सत्संग होता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर की सेवा करने से तन संवर जाता है और ईश्वर का सिमरन करने से मन संवर जाता है लेकिन जिस पर ईश्वर की कृपा हो जाती है उसका पूरा जीवन ही संवर जाता है । उन्होंने कहा कि ईश्वरीय सत्ता समय समय पर पूर्ण सतगुरु के रूप में धरती पर अवतार लेती है तथा भक्तों का उद्धार करती है।



