ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- अर्की उपमंडल के ऐतिहासिक आनंदमठ मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य को अब सीमाओं से परे जाकर सहयोग मिल रहा है। न केवल स्थानीय श्रद्धालु, बल्कि देश के अन्य राज्यों में बसे समाजसेवी भी इस पुण्य कार्य में भागीदार बन रहे हैं। इसी क्रम में माँजू गाँव की मूल निवासी प्रोफेसर रीता देवी सिंह और उनके पति डॉ. एम.के. सिंह ने मंदिर समिति को ₹11,000 की सहयोग राशि प्रदान कर अपनी जड़ों से जुड़ाव का प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

प्रोफेसर रीता देवी सिंह वर्तमान में राजस्थान के धौलपुर स्थित राजकीय महाविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। साथ ही वे महाराजा सूरजमल विश्वविद्यालय, भरतपुर में समाजशास्त्र अध्ययन मंडल की अध्यक्ष भी हैं। उनके पति डॉ. एम.के. सिंह भी राजस्थान के एक राजकीय महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।

हालाँकि उनका कार्यक्षेत्र और निवास स्थान राजस्थान है, परंतु प्रोफेसर रीता देवी सिंह का मायका हिमाचल प्रदेश के अर्की उपमंडल स्थित माँजू गाँव में है। जब उन्हें जानकारी मिली कि आनंदमठ मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य अंतिम चरण में है और समिति ने श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है, तो उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर ₹11,000 की राशि मंदिर समिति को समर्पित की।

अर्की नगर पंचायत क्षेत्र के माँजू रोड पर स्थित आनंदमठ मंदिर, वर्षों पुरानी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजे हुए है। इस धरोहर को पुनः भव्य स्वरूप देने हेतु गठित आनंदमठ जीर्णोद्धार समिति बीते कुछ वर्षों से सतत प्रयास कर रही है और अब यह कार्य अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है।
समिति ने प्रोफेसर रीता देवी सिंह और डॉ. एम.के. सिंह के इस सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया है और इसे उन सभी लोगों के लिए प्रेरणास्पद बताया है, जो अपने गाँव और संस्कृति से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं, भले ही वे देश के किसी भी कोने में निवास कर रहे हों।

समिति ने पुनः सभी श्रद्धालुओं, प्रवासी नागरिकों और शुभचिंतकों से अपील की है कि इस ऐतिहासिक धरोहर के पुनरुत्थान में यथासंभव सहयोग कर इस पुण्य कार्य को पूर्णता देने में भागीदार बनें।


