ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज – राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, कोटशेरा चौड़ा मैदान शिमला में प्रथम वर्ष में नवप्रवेशित विद्यार्थियों (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीसीए) के लिए संयुक्त रूप से इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रेरणा सत्र के साथ-साथ नशा उन्मूलन पर जागरूकता सत्र का भी आयोजन हुआ।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य गोपाल चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने हाल ही में प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदाओं पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी से दो मिनट का मौन रखवाकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित कराई।
कार्यक्रम का संचालन और स्वागत भाषण मृणालिनी कश्यप और जितेंद्र वर्मा द्वारा किया गया। इस दौरान शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का विद्यार्थियों से परिचय करवाया गया।

अपने संबोधन में प्रधानाचार्य गोपाल चौहान ने महाविद्यालय की शैक्षणिक परंपराओं, सह-पाठ्य गतिविधियों, और अनुशासन की संस्कृति से छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में परिश्रम, अनुशासन और सकारात्मक सोच ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने अब्दुल कलाम के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखिए।
उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, रेंजर्स-रोवर्स तथा विभिन्न क्लबों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। साथ ही यह भी बताया कि कोटशेरा महाविद्यालय प्रदेश का एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है, जहां विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

कलाम के एक अन्य कथन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सपना वह नहीं जो आप नींद में देखते हैं, सपना वह है जो आपको सोने नहीं देता।
उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे ईमानदारी और परिश्रम से अपने लक्ष्य की ओर निरंतर प्रयासरत रहें।
नशा उन्मूलन पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह प्रकाश है, जो नशे के अंधकार को दूर कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे स्वयं भी नशे से दूर रहें और समाज को भी इससे मुक्त करने का संदेश दें।

कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे केवल अच्छे विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि अनुशासित और जागरूक नागरिक भी बनें।

इस अवसर पर छात्र कल्याण संयोजक पी.डी. कौशल, अनुसंधान व विकास प्रकोष्ठ के संयोजक राकेश शर्मा, प्राणी विज्ञान विभागाध्यक्ष शालिनी चौहान, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष अनुप्रिया शर्मा, अधीक्षक अश्विनी ठाकुर सहित समस्त शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे।

