ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज़– राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, चौड़ा मैदान (कोटशेरा)शिमला के कैरियर मार्गदर्शन एवं परामर्श प्रकोष्ठ द्वारा एक दिवसीय कैरियर काउंसलिंग एवं जीवन कौशल विकास सत्र का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान द्वारा किया गया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में केवल किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं है, बल्कि जीवन में सफलता पाने के लिए व्यवहारिक ज्ञान, भावनात्मक संतुलन और सामाजिक कौशल भी आवश्यक हैं। उन्होंने छात्रों को आत्मविश्लेषण करने, अपने भीतर की क्षमताओं को पहचानने और उन्हें सही दिशा में विकसित करने की प्रेरणा दी। डॉ. चौहान ने यह भी कहा कि महाविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक और सक्षम व्यक्तित्व के रूप में तैयार करना है।

कार्यक्रम के पहले सत्र में अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. राकेश शर्मा ने “जीवन कौशल: सफलता की कुंजी” विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा चिन्हित 11 प्रमुख जीवन कौशलों पर विशेष बल दिया, जिनमें आत्म-जागरूकता, सहानुभूति, रचनात्मक सोच, आलोचनात्मक सोच, प्रभावी संवाद, निर्णय लेने की क्षमता, समस्या समाधान, तनाव प्रबंधन, भावनात्मक संतुलन, पारस्परिक संबंध और समय प्रबंधन शामिल हैं। डॉ. शर्मा ने छात्रों को इन कौशलों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया और उदाहरणों के माध्यम से उनके महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि ये कौशल न केवल करियर में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी सफलता के लिए अनिवार्य हैं।

दूसरे सत्र में डॉ. स्नेह ने छात्रों को एक अत्यंत प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने आत्म-विश्वास, लक्ष्य निर्धारण, सकारात्मक सोच और असफलताओं से सीखने की कला पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से कहा कि जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन उन्हें अवसर में बदलने की क्षमता ही व्यक्ति को विशेष बनाती है।

छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. पी.डी. कौशल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को आत्मनिरीक्षण का अवसर प्रदान करते हैं और उन्हें अपने करियर के प्रति सजग बनाते हैं। उन्होंने NSS स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सहभागिता ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के लगभग 100 छात्रों ने भाग लिया।


