ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ कुनिहार इकाई की बैठक रविवार को विश्राम गृह कुनिहार में इकाई अध्यक्ष आर. पी. जोशी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में महासंघ के राज्य महामंत्री इंद्र पाल शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।

बैठक में पेंशनरों ने प्रदेश सरकार की नीतियों को लेकर गहरी नाराजगी जताई। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों को तो 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता दे रही है, जबकि पेंशनरों को मात्र 42 प्रतिशत ही मिल रहा है। इसके अलावा जनवरी 2016 से 2022 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के बकाया भुगतान अब तक नहीं किए गए हैं।

बैठक में बताया गया कि जुलाई 2022 से अब तक 48 महीनों का एरियर और जनवरी 2023 से अब तक 42 महीनों का एरियर लंबित है, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इन भुगतानों को लेकर कोई ठोस घोषणा नहीं की गई है। वहीं, तीन प्रतिशत डीए की किस्त देने की घोषणा के बावजूद अब तक इस संबंध में कोई आदेश भी जारी नहीं किए गए हैं।
पेंशनरों ने हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम के कर्मचारियों को वेतन और पेंशन न मिलने की स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इससे हजारों परिवार प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग चंबा से कुछ आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से निकाले जाने पर भी चिंता जाहिर की गई।

बैठक में यह भी बताया गया कि 108 और 102 एम्बुलेंस सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों को मई महीने का वेतन जुलाई में दिया गया और उसमें भी 1800 रुपये की कटौती कर दी गई, जो सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है।

पेंशनरों ने सवाल उठाया कि अगर मुख्यमंत्री और मंत्री कह रहे हैं कि सब कुछ ठीक है, तो फिर वेतन और भत्तों में देरी क्यों हो रही है?
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भारी बारिश और आपदा से प्रभावित लोगों के साथ महासंघ पूरी संवेदना के साथ खड़ा है और सरकार के माध्यम से हर संभव सहयोग प्रदान करेगा। जिन लोगों ने अपने परिवारों को खोया है, उनके प्रति गहरी संवेदना प्रकट की गई।

बैठक में श्यामा नंद शांडिल्य, ओम प्रकाश गर्ग, देवेंद्र कुमार शर्मा, जे. पी. शाह, अमर सिंह, गोपाल कृष्ण शर्मा, भगवान सिंह वर्मा, अशोक कुमार, सोहन लाल, नरेंद्र कुमार, एस. पी. शाह, ओमप्रकाश राणा, परस राम, दिनेश कुमार, कंचन माला, ऊषा शर्मा, कीर्ति सिंह, हरी दास, सुशील कुमार और कंवर सिंह सहित अनेक पेंशनर्स उपस्थित रहे।


