ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- जिला मंडी के सिराज क्षेत्र में कल बादल फटने की तेज बारिश के बाद बड़े पैमाने पर भूमि कटाव की स्थिति पैदा हुई। इस प्राकृतिक घटना के दौरान एक पुराने बावड़ी (पारंपरिक जलाशय) के अवशेष तथा पास के पत्थरों पर उकेरी गई अज्ञात आकृतियाँ सतह पर आईं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि ये संरचनाएँ किसी को ज्ञात नहीं थी और इनका कोई दस्तावेजी या पुरातात्विक विवरण मौजूद नहीं है।

प्रभावित क्षेत्र में मौजूद बंजराकार रेखाएँ और उकेरी आकृतियाँ शुरुआती अनुमानानुसार काफी प्राचीन प्रतीत होती हैं। हालांकि, अभी तक इस बारे में किसी पुरातत्व विभाग या इतिहासकार द्वारा कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

स्थानीय लोगों और ग्रामीणों ने इन आकृतियों को देख कर मौन आश्चर्य व्यक्त किया है। इतनी प्राकृतिक आपदा के चलते इतना प्राचीन इतिहास अचानक समाने आ गया। यह अनचाहा खुलासा दर्शाता है कि प्राकृतिक आपदा कभी-कभी इतिहास के गुप्त अध्यायों को भी सामने लाती है।


