ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज़ :- उपमण्डल अर्की के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बथालंग में हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद का त्रैवार्षिक अधिवेशन रविवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन के मुख्य अतिथि अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी रहे, जिन्होंने राज्यभर से चयनित 19 संस्कृत शिक्षकों को ‘संस्कृत गौरव सम्मान’ और 3 शिक्षकों को ‘संस्कृत सेवा सम्मान’ से सम्मानित किया।

यह सम्मान उन शिक्षकों को प्रदान किया गया जिन्होंने कोरोना काल जैसे कठिन समय में भी संस्कृत भाषा और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान दिया। सम्मान समारोह के दौरान परिषद के संगठन मंत्री आचार्य ललित शर्मा ने सभी पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों की सूची सार्वजनिक की।

विधायक संजय अवस्थी ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत केवल भाषा नहीं, भारतीय ज्ञान, दर्शन और संस्कृति की जड़ है। यह भाषा युवाओं में मानसिक स्वच्छता और नैतिक चेतना विकसित करने में सहायक है। उन्होंने कहा कि नशे की प्रवृत्ति से युवाओं को दूर रखने में संस्कृत भाषा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत भाषा न केवल प्राचीनतम भाषा है, बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी की दृष्टि से भी इसकी उपयोगिता आज सिद्ध हो चुकी है।

कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों, अधिकारियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अवस्थी ने प्रदेश सरकार की शिक्षा और कृषि नीतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना के अंतर्गत मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा हेतु 1 प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। साथ ही किसानों और पशुपालकों के लिए दूध का समर्थन मूल्य भी बढ़ाया गया है।
विधायक ने परिषद को ₹21,000 की राशि देने की घोषणा की। साथ ही अधिवेशन में आए नागरिकों की समस्याएं भी सुनीं और संबंधित अधिकारियों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।

सम्मान प्राप्त करने वाले संस्कृत गौरव सम्मानित शिक्षक हैं: मनोज कुमार (धर्मशाला), नीताराम भारद्वाज (चम्बा), ओंकार चन्द (नाहन), अमनदीप शर्मा (कनेड), संजीव कुमार (राख, पालमपुर), अमन शर्मा (कठियाड़ा/गरली), राहुल शर्मा (ककरोटी घट्टा), शिवकुमार (कलरुही), सुभाष शर्मा (खराहल), अमित शर्मा (कोटला-कल्लर), नरेश मलोटिया (नादौन), गिरिराज गौतम (घाघस), शिवकुमार (नांगे ठाकुर), कमलकांत गौतम (बथालंग- अर्की), योगेश अत्रि (सुज्जी), नरेन्द्र कुमार (शिलाई), विवेक शर्मा (जोगिंद्रनगर), मनोज कुमार (बिजन-ढलवान), और प्रेम प्रकाश (बस्तीगुणाना/कोहबाग)।

संस्कृत सेवा सम्मान प्राप्त शिक्षकों में दिनेश अत्रि (बनीखेत), हीरालाल (आनी), और दीपिका शर्मा (त्रिलोकपुर) शामिल हैं।
विधायक ने इस अवसर पर जन समस्याएं भी सुनी और संबंधित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए।
इस दौरान तहसीलदार अर्की विपिन शर्मा, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता संदीप शर्मा, हिमाचल संस्कृत शिक्षक परिषद के अध्यक्ष डॉ. मनोज शैल, महासचिव अमित शर्मा, सचिव सोहन लाल वित्त, संगठन मंत्री ललित शर्मा, सदस्य कमल गौतम, रवींद्र मेहता, डॉ. त्रिलोक ठाकुर सहित प्रदेश के संस्कृत शिक्षक व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।




