ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- उपमण्डल अर्की के अंतर्गत राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुंदन में अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य मोहिंद्र पाल कौंडल ने की, जबकि पीएचसी धुंदन से डॉ. वैभव गौतम ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

विद्यालय के मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता इतिहास अमर सिंह वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का संचालन जागृति देवी (स्नातक संस्कृत) ने किया तथा विद्यालय परिवार की ओर से मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि 26 जून को हर वर्ष नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस 1987 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के निर्णय के बाद शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य नशे के खतरे को लेकर वैश्विक जागरूकता फैलाना है।

जमा दो की छात्रा गीतांजलि ने अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस से संबंधित जानकारी विस्तार से प्रस्तुत की। अपने वक्तव्य में डॉ. वैभव गौतम ने विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए बताया कि शुरुआत में युवा शौकवश बीड़ी-सिगरेट का सेवन करते हैं, जो आगे चलकर गंभीर लत में बदल जाती है। उन्होंने बताया कि भारत आज ट्रांजिट और डेस्टिनेशन दोनों बन चुका है — जहां ड्रग्स की तस्करी भी होती है और उपभोग भी।

उन्होंने कहा कि शराब, गांजा, हीरोइन, सिंथेटिक दवाइयां और इनहेलेंट्स का दुरुपयोग किशोरों में बढ़ रहा है। विद्यार्थियों को नशे से दूर रहते हुए संगीत, नृत्य, खेल जैसी रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने की प्रेरणा दी गई।

कार्यकारी प्रधानाचार्य मोहिंद्र पाल कौंडल ने बताया कि इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की थीम है — “बाधाओं को तोड़ना: सभी के लिए रोकथाम, उपचार और पुनर्प्राप्ति”। इस मौके पर एनएसएस, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड और ईको क्लब के विद्यार्थियों द्वारा जागरूकता रैली भी निकाली गई। इस कार्यक्रम में विद्यालय स्टाफ के सभी सदस्य उपस्थित रहे।




