घनागुघाट की मनीषा ने राष्ट्रीय सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता में देशभर में हासिल किया द्वितीय स्थान

ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज-  उपमण्डल अर्की के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घनागुघाट की कक्षा 12वीं की छात्रा मनीषा ने हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता में देशभर में द्वितीय स्थान प्राप्त कर न केवल अपने विद्यालय बल्कि हिमाचल प्रदेश का भी नाम पूरे देश में रोशन किया है। यह सफलता न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है

मनीषा बहुमुखी प्रतिभा की धनी छात्रा हैं। वे संगीत, लेखन और सांस्कृतिक मंचों पर समान रूप से सक्रिय रही हैं। हारमोनियम और तबले पर उनकी पकड़ के साथ-साथ उनके मधुर गीतों की प्रस्तुति ने स्थानीय मेलों व सांस्कृतिक आयोजनों में खूब प्रशंसा बटोरी है। उनके स्वर में वह गहराई और मिठास है जो हर वर्ग के श्रोताओं को प्रभावित करती है। लेखन क्षेत्र में भी उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उनकी कविताएं, विभिन्न राष्ट्रीय काव्य-संग्रहों में प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें सामाजिक संवेदनशीलता, भावनात्मक गहराई और जीवन के यथार्थ का सुंदर चित्रण देखने को मिलता है।

इस प्रतियोगिता की एक और विशेष बात यह रही कि घनागुघाट विद्यालय से कुल 56 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जो कि किसी एक स्कूल से अब तक की सबसे अधिक भागीदारी रही। यह एक रिकॉर्ड बन गया और विद्यालय के लिए गौरव का क्षण बना। अंग्रेज़ी प्रवक्ता पुष्पेंद्र कौशिक ने बताया कि मनीषा एक बहुआयामी प्रतिभा हैं, जिन्होंने विभिन्न मंचों पर विद्यालय का गौरव बढ़ाया है और अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का कार्य किया है।

हिंदी प्रवक्ता सुनीता ठाकुर ने मनीषा की लेखन प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि उनकी रचनाएं जीवन की सच्चाइयों और समाज के संवेदनशील पक्षों को गहराई से उजागर करती हैं। उनकी भाषाT शैली में सरलता के साथ गहन अर्थ छिपा होता है, जो पाठकों को सीधे हृदय से जोड़ता है। हिंदी प्रवक्ता सुनीता ठाकुर ने कहा कि मनीषा की लेखनी नई पीढ़ी की सोच का प्रतिबिंब है जो साहित्यिक अभिव्यक्ति में निखरकर सामने आ रही है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय शर्मा ने मनीषा की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल एक छात्रा की सफलता नहीं है, बल्कि पूरे विद्यालय और क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने मनीषा को बधाई दी और कहा कि वह भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छुएं। साथ ही उन्होंने विद्यालय के उन 56 छात्रों और शिक्षकों को भी सराहा जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रतियोगिता में भाग लेकर विद्यालय की रचनात्मक छवि को सुदृढ़ किया।

LIC

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