ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- कारगिल युद्ध के अमर शहीद कैप्टन विजयंत थापर को याद करते हुए उनकी माता तृप्ता थापर ने एक दुर्लभ और भावुक कर देने वाली तस्वीर साझा की है। यह तस्वीर 2 राजपुताना राइफल्स के उन जवानों की है, जिन्हें कुपवाड़ा जैसे आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में भेजे जाने से पहले कोर बैटल स्कूल में प्रशिक्षण दिया गया था। इस तस्वीर में कैप्टन विजयंत थापर, जिन्हें परिवार और साथी ‘रॉबिन’ के नाम से जानते थे, को पीले घेरे में चिन्हित किया गया है।

तृप्ता थापर ने यह फोटो मई के अंतिम सप्ताह में साझा की, जब 1999 में कारगिल युद्ध की तैयारियां तेज़ी पर थीं। उस समय कैप्टन विजयंत और उनके साथी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने कदम रणभूमि की ओर बढ़ा चुके थे। यह फोटो न केवल वीरता का प्रतीक है, बल्कि यह उस त्याग और समर्पण की भी गवाही देती है, जो देश के वीर जवानों ने हमारी सुरक्षा के लिए दिखाया।

इस तस्वीर के संदर्भ में कैप्टन के साथियों की शहादत को भी याद किया गया है। कारगिल विजय के लिए देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। इस ऑपरेशन में कुल छह अधिकारी—18 ग्रेनेडियर्स से दो और 2 राजपुताना राइफल्स से चार—तथा कुल 39 सैनिक—18 ग्रेनेडियर्स से 23 और 2 राज राइफल्स से 16—ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।

गौरतलब है कि कैप्टन विजयंत थापर का हिमाचल प्रदेश के अर्की क्षेत्र से विशेष लगाव रहा है। उनकी माता तृप्ता थापर का मायका अर्की में है और वे अपने बेटे के साथ यहां अक्सर आया करती थीं। इस नाते से कैप्टन विजयंत को अर्की का नाती माना जाता है। यहां के लोग आज भी उन्हें सम्मान और गर्व के साथ याद करते हैं।

दैनिक हिमाचल न्यूज परिवार कैप्टन विजयंत थापर सहित सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिनके शौर्य और बलिदान से देश का स्वाभिमान सुरक्षित है।

