
ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट,उपमण्डल अर्की के अंतर्गत ग्राम धुन्दन के प्राचीन भंडारा वाली माता मंदिर में आयोजित नौ दिवसीय देवी भागवत कथा का समापन धार्मिक श्रद्धा और पारंपरिक आस्था के साथ हुआ। सन 1987 से लगातार आयोजित हो रहे इस आयोजन का यह 38वां वर्ष रहा,जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। श्रद्धालु नीलकमल गुप्ता ने कहा कि करीब 800 वर्ष पुराने इस मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।

बताया जाता है कि यह क्षेत्र पूर्व में बाघल रियासत का हिस्सा था और भंडारा वाली माता को रियासत की कुलदेवी के रूप में पूजा जाता रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी अर्की के राज परिवार की ओर से कुंवर नागेन्द्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी ने पूर्ण आहुति अर्पित की। कथा वाचक अंकुर शर्मा ने देवी भागवत की कथाओं के माध्यम से धर्म,सदाचार और आचरण की महत्ता पर प्रकाश डाला।

समापन अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। आयोजन समिति के अध्यक्ष कर्म चन्द ठाकुर,राजपाल ठाकुर,नीलकमल,नरेंद्र कपिल,यशपाल कंवर,राकेश,गौतम बुद्ध,खेमराज,रूपलाल वर्मा,राजेंद्र कंवर,देशराज खेमराज वर्मा और विजय कपिल ने आयोजन में सहयोग देने वाले सभी श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया।








