ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- उपमंडल अर्की की खनलग पंचायत के रौडी गांव में प्रस्तावित तारकोल प्लांट को लेकर सोमवार को गांव का एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम अर्की यादविंदर पॉल से मिला।इस दौरान प्लांट को रद्द करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने इस प्लांट से होने वाले संभावित दुष्प्रभावों को लेकर कड़ा विरोध जताया। उनका कहना है कि बिना ग्रामवासियों की सहमति के यह प्लांट लगाया जा रहा है,जबकि पंचायत ने लोगों को विश्वास में लिए बिना एनओसी जारी कर दी।

उन्होंने मांग की कि इस एनओसी की गहन जांच होनी चाहिए।ग्रामीणों ने कहा कि यदि यह प्लांट स्थापित होता है तो पर्यावरण, स्वास्थ्य,पशुधन,कृषि और बच्चों के जीवन पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट के महज 10 मीटर के दायरे में फलदार बगीचे,गौशालाएं, घासनी क्षेत्र और खेत हैं। जो रासायनिक गैसों और धुएं से नष्ट हो सकते हैं। इसके साथ ही खेती उनकी मुख्य आजीविका है और मिट्टी की उर्वरता पहले से ही कम हो रही है। प्लांट बनने से यह पूरी तरह बंजर हो सकती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से प्लांट की एनओसी रद्द करने और इसे किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की है। इस दौरान रौड़ी वार्ड सदस्य गुरदयाल सिंह,सुंदर सिंह,मोहन सिंह,अजय ,पंकज,हरीश,अमर सिंह,कर्मचंद, विजय कुमार, सुरेन्द्र, भीमसिंह, जयदेई,संध्या,जमना देवी,लीला देवी और अनुराधा सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

बॉक्स में…
एसडीएम अर्की यादविंदर पॉल ने आश्वासन दिया कि तारकोल प्लांट को लेकर कानूनी दायरे में जांच की जाएगी और इस संबंध में सम्बंधित विभाग से भी जवाब मांगा जाएगा।
वहीं,ग्राम पंचायत प्रधान गीता देवी ने कहा कि पंचायत कार्यकारिणी की बैठक में अस्थायी रूप से प्लांट को एनओसी देने का निर्णय लिया गया था। लेकिन यदि ग्रामवासियों को इस पर आपत्ति है,तो वह उनके साथ खड़ी हैं।


