ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- हिमाचल प्रदेश पेंशनर फेडरेशन की अर्की इकाई ने अपने स्थापना दिवस के उपरांत एक ऐसा उदाहरण पेश किया, जिसने सभी का दिल छू लिया। भूमती निवासी 82 वर्षीय परमानंद शर्मा, जो हिमाचल पथ परिवहन निगम में 37 वर्षों तक सेवा देते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, स्वास्थ्य कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सके। इसे ध्यान में रखते हुए फेडरेशन के जिलाध्यक्ष जयनंद शर्मा उनके घर पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया।

जैसे ही परमानंद शर्मा को फेडरेशन द्वारा उनका यह सम्मान मिला, वे भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन के सबसे खास क्षणों में से एक है। शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में हमेशा ईमानदारी और समर्पण से काम किया, और आज इस सम्मान ने उनकी मेहनत को नई पहचान दी है।

परमानंद शर्मा के परिवार, जिसमें उनके बड़े बेटे राकेश शर्मा (भौतिकी के व्याख्याता पद से सेवानिवृत्त) और छोटे पुत्र राजेंद्र शर्मा (निजी व्यवसायी) शामिल हैं, ने भी इस सम्मान के लिए फेडरेशन का आभार व्यक्त किया। राकेश शर्मा ने कहा कि उनके पिता ने अपने जीवन में जो योगदान दिया है, उस पर सभी को गर्व है और फेडरेशन द्वारा यह सम्मान उन्हें हमेशा याद रहेगा।

पेंशनर फेडरेशन के जिलाध्यक्ष जयनंद शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है। परमानंद शर्मा ने अपने कार्यकाल में जो योगदान दिया है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। उनकी भावुकता उनके समर्पण और योगदान की गहराई को दर्शाती है।

यह आयोजन सिर्फ एक सम्मान नहीं था, बल्कि उन मूल्यों और उस सेवा का जश्न था, जिसे परमानंद शर्मा ने अपने जीवन में आत्मसात किया। उनकी आंखों में आई खुशी और भावुकता इस बात की गवाह थी कि सच्ची मेहनत और समर्पण कभी व्यर्थ नहीं जाता।


