ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज :- पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा ने प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के लोहारघाट कार्यक्रम को फ्लॉप करार दिया। उन्होंने दाड़लाघाट सीमेंट कंपनी से निकाले गए कामगारों और ट्रांसपोर्टरों के किराए को लेकर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। गोविंद राम शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद ट्रक ऑपरेटर और सीमेंट कंपनी के बीच हड़ताल तुड़वाने में बिचौलिया बने थे, लेकिन अब तक सरकार ने निष्कासित कर्मचारियों और ट्रांसपोर्टरों के हक में कोई कदम नहीं उठाया है।

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कोई कार्रवाई नहीं की, तो वह ट्रांसपोर्टरों और कर्मचारियों के हक में आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गोविंद राम शर्मा ने आरोप लगाया कि दाड़लाघाट में बने अस्पताल में अब तक स्टाफ की नियुक्ति नहीं हुई है। वहीं, अर्की में सब-डिपो को पूर्ण डिपो का दर्जा देने में सरकार नाकाम रही है।

उन्होंने अर्की में पॉलिटेक्निक और नर्सिंग कॉलेज की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि सरकार के दो साल के कार्यकाल में अर्की को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। चुनावी गारंटियों को पूरा करने में सरकार की असफलता पर भी उन्होंने तीखा हमला बोला।




