ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट। सीमेंट उद्योग से प्रभावित गांवों का विकास करने के दावे करने वाली अम्बुजा सीमेंट कंपनी दाड़लाघाट के वादे क्षेत्र में खोखले साबित हो रहे है।अम्बुजा उद्योग द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं व विकासात्मक कार्य सिर्फ कागजों में ही देखने को मिल रहे है।जमीनी स्तर की बात की जाए तो लोगों को सुविधा उपलब्ध करवाने के नाम पर अम्बुजा उद्योग द्वारा दिखावा अधिक किया जा रहा है।गौर रहे कि अम्बुजा उद्योग विकासात्मक कार्यो के लिए आगे रहती है इसी कड़ी में अम्बुजा उद्योग द्वारा लोगों की सुविधा के लिए बस का प्रवाधान किया है,लेकिन बस सुविधा का सुचारू रूप से न चलने पर लोगों को परेशान ही होना पड़ रहा है।गांव सुल्ली,बागा,खाता,रौडी,कून, सरडमरास,सूलग सहित अन्य गांव के लोगों को अम्बुजा की बस से अम्बुजा उद्योग से दाड़लाघाट तक व अम्बुजा चौक दाड़ला से अम्बुजा उद्योग तक आने जाने के लिए सुविधा रहती है,इस बस सुविधा के होने से लोगों को अपने घरों या अन्य कार्यों में आसानी रहती है।लेकिन इस सुविधा को सुचारू रूप से देने में अभी तक अम्बुजा उद्योग ने पूरी तरह से नाकाम रही है।लोगों को सुविधा न मिल पाने से असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।क्योंकि बस के सही समय पर आवागमन न होने से लोगों को पैदल ही अपने गंतव्य स्थान तक जाना पड़ रहा है।बता दें कि ये सुविधा कोविड-19 से पहले सामान्य तौर तरीके से चल रही थी,लेकिन कोरोना काल मे अम्बुजा उद्योग प्रबंधन ने इस सुविधा से लोगों को वंचित कर दिया,अम्बुजा प्रबंधन द्वारा बस तो चलाई जा रही है लेकिन उस समयानुसार नही चलाई जा रही जिससे स्थानीय लोगों को अपने घरों तक जाने के लिए इस बस से सुविधा उपलब्ध हो सके।कोरोना काल से इस बस की समयसारणी के बिगड़ने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय लोगों में बाबू राम शर्मा,प्रेम केशव,जग्गनाथ शर्मा, रोशन,प्रेम,ठाकुरु राम,अजय,विनोद,विशाल,अमित,अशोक,भगत राम,हेतराम,सत्या प्रकाश,मेघ चंद,सहज राम,देवराज सहित अन्य लोगों का कहना है कि अम्बुजा प्रबंधन को कोविड-19 से पहले वाले समयानुसार ही दुबारा इस बस को चलाना चाहिए,क्योंकि इन दिनों लोगों को बस क समय सारिणी बिगड़ने से पैदल ही अपने घर तक जाना पड़ रहा है अगर इस समयसारणी को पुराने समयानुसार चलाया जाए तो लोगों को अपने गंतव्य तक जाने पर किसी भी परेशानी का सामना नही करना पड़ेगा।लोगों ने अम्बुजा प्रबंधन से मांग की है कि जल्द से जल्द पुरानी समयसारणी अनुसार बस को चलाया जाए जिससे स्थानीय लोगों को कठनाइयों का सामना ना करना पड़े।