अर्की के चंडी स्कूल में 12 वर्षों से नहीं शारीरिक शिक्षक व डीपीई, खेल प्रतिभाएं हो रहीं नजरअंदाज, अभिभावकों में आक्रोश

ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- उपमण्डल अर्की के अंतर्गत आने वाले पीएम श्री राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंडी में पिछले 12 वर्षों से शारीरिक शिक्षक और डीपीई न होने से लगभग 300 छात्रों का खेलों में भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। यह विद्यालय क्षेत्र की चार पंचायतों के छात्रों की शिक्षा का केंद्र है, लेकिन शारीरिक शिक्षक व डीपीई न होने से खेल गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए अभिभावकों में गहरा आक्रोश पनप रहा है।

स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष टेकचंद शर्मा और ग्राम पंचायत कश्लोग के पूर्व प्रधान एवं स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य वेद ठाकुर ने इस गंभीर समस्या पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बच्चों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने की योजनाएं मात्र कागज़ों तक सीमित रह गई हैं, क्योंकि न तो इस विद्यालय में शारीरिक शिक्षक है और न ही डीपीई की नियुक्ति की गई है। यह सरकार की बड़ी विफलता है, जो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। 

वेद ठाकुर ने बताया कि इस विद्यालय में राजकीय माध्यमिक विद्यालय सोरा-कनैता से लगातार दस वर्षों तक एक शारीरिक शिक्षक डेपुटेशन पर कार्यरत थे, लेकिन दो वर्ष पहले उनके स्थानांतरण के बाद से यहां कोई भी शारीरिक शिक्षक नहीं है। इस वजह से विद्यालय के छात्र खण्ड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेने से वंचित रह गए हैं। 

विडंबना यह है कि इसी विद्यालय के एक पूर्व छात्र प्रवीण ठाकुर ने हाल ही में प्रो कबड्डी में चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इसके बावजूद वर्तमान छात्रों के लिए खेलों में आगे बढ़ने के अवसर दिन-ब-दिन कम होते जा रहे हैं। 

इस स्थिति से चिंतित अभिभावक और ग्रामवासी सरकार से अपील कर रहे हैं कि इस अनदेखी को तत्काल सुधारा जाए। यदि सरकार ने जल्द ही शारीरिक शिक्षक और डीपीई की नियुक्ति नहीं की तो स्थानीय समुदाय मजबूर होकर आंदोलन के रास्ते पर जा सकता है। अभिभावकों का कहना है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और  सभी ने सरकार से शीघ्र कदम उठाने की मांग की है।

LIC

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