अंबुजा सीमेंट के नए फरमान से दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटरों में उबाल

ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटर एक बार फिर से लामबंद होने को मजबूर हो सकते है। या यूं कहें कि अंबुजा सीमेंट कंपनी और ट्रक ऑपरेटर का विवाद एक बार फिर से सुलग सकता है। इससे पहले दाड़लाघाट में 73 दिनों की हड़ताल हुई और गहन विचार विमर्श के बाद कंपनी ने सिंगल एक्सल वाहनों के लिए दरें तय की। अदानी समूह की ओर से किराया कम करवाने के प्रस्ताव को ट्रक ऑपरेटरों ने दो टूक इनकार कर दिया है। अंबुजा सीमेंट कंपनी ने ट्रक ऑपरेटर जिनके 16 टायर के ट्रक हैं उनके किराए में प्रति किलोमीटर एक रुपए कम करने का फरमान दे दिया है। जिसको लेकर बाकायदा कंपनी ने 20 ट्रक ऑपरेटरों को मेल करके यह जानकारी दे दी है।

फोटो साभार : गुग्गल

प्रस्ताव के मुताबिक 16 टायर वाले ट्रक का किराया 1 रुपये प्रति किलोमीटर कम किया जाएगा जो कि 9.30 पैसे से घटकर 8.30 होगा। कंपनी की ओर जारी फरमान में यह भी कहा गया है कि अगर कंपनी द्वारा निर्धारित किया गया रेट ट्रक ऑपरेटर्स को मान्य नही है तो कंपनी की ओर से 16 पहिया वाले ट्रक को चलाने के लिए मान्यता नहीं दी जाएगी। ट्रक ऑपरेटर सुरेश,प्रेम,गोपाल,मदन सिंह,संजय,अनूप,ललित देवी चंद,पार्वती केशव सहित अन्य ऑपरेटर्स का कहना है कि छोटी-छोटी गाड़ियों को तो किराया ज्यादा मिल रहा है,जबकि 16 टायर वाले ट्रकों को भाड़ा काम करने की बात की जा रही है। जिसकी वजह से फिलहाल 11 मई शनिवार से ऐसे ट्रकों की एंट्री बैन कर दी गई है। बाघल लैंड लूजर ट्रक ऑपरेटर्ज का कहना है कि भाड़ा कम करने को लेकर परस्पर किसी तरह का एमओयू हस्ताक्षर नहीं हुआ है। जबकि कंपनी ने मेल में महंगे ट्रकों का भाड़ा ज्यादा होने का उल्लेख किया है। ऑपरेटरों ने एकमत होकर कहा है कि अदानी समूह की मनमानी के आगे वे नहीं झुकेंगे।

बाजार में चर्चाएं है कि अगर ऐसी नोबत आती है तो ऑपरेटर्स और कंपनी के बीच विवाद उग्र रूप ले सकता है। आगे चलकर कंपनी द्वारा अगर पिछले वर्ष की तरह तालाबंदी की गई तो इस कारोबार में जुड़े हजारों लोगों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बेरोजगारी की तलवार भी लटक सकती है।

बॉक्स….

बाघल लैंड लूजर परिवहन सभा के प्रधान जगदीश ठाकुर व उपप्रधान ऋषि राज गांधी ने कहा कि सभा द्वारा कंपनी प्रबंधन को एक पत्र लिखकर कहा गया है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा निर्धारित किया गया 16 पहिया वाहनों का माल ढुलाई भाड़ा मान्य नहीं है। कंपनी वार्ता करना चाहती है,तो सभा वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में चल रहे एक न्यूज चैनल में लोकसभा के चुनावों को बहिष्कार करने के लिए लेकर जो बात की जा रही है,उसका सभा खंडन करती है। उन्होंने कहा कि 16 पहिया वाहनों के किराए के बारे कंपनी वार्ता कर जल्द से जल्द इसका निपटारा करे। क्योंकि ट्रक ऑपरेटरों को प्रतिदिन माले भाड़े में भारी नुकसान हो रहा है।

LIC

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