ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- जिला शिमला के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर-क्योंथल के छठी से आठवीं कक्षा के छात्र – छात्राओं ने “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020” के पाठ्यक्रम के अनुसार प्री -वोकेशनल शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न कार्य कौशलों को प्रत्यक्ष सीखा ।

स्थानिय क्षेत्र फायल के निवासी रोशन ने बच्चो को बांस की लकड़ी से बनाये जाने वाले परम्परागत टोकरी,किलटे,गोबर उठाने की डाल व टोकरी आदि बनाने की विधि बताई ।

उन्होने कहा की यह कला उन्होंने अपने बुजुर्गो से सीखी थी,जिसे अब वे नई पीढ़ी को भी सिखा रहे है। रोशन ने बच्चों को बताया कि ग्रामीण परिवेश मे इन चीजों को हम आसानी से बनाकर अपनी रोजी-रोटी कमा सकते है ।
उन्होंने कहा की अपनी मेहनत से हम आत्मनिर्भर होकर घर पर कम लागत से इन चीजों को बनाकर अपना रोजगार चला सकते है ।

इसके उपरांत विद्यार्थियों ने तारादेवी स्थित ऑटोमोबाइलस टॉप गियर मे गाड़ियों की रिपेयरिंग,डेंटिंग पेंटिग,वाशिंग,,व अन्य स्पेयर पार्ट्स की जानकारी हासिल की। वर्कशॉप में कार्य कर रहे मैकनेनिको ने बच्चो को गाडी से सम्बंधित जानकारियां जैसे उनका इंजन,बैटरी,, फ्यूल टंकी,,कूलेंट,,एयर पाइप,,गाडी की अलाइनमेंट इत्यादि के बारे मे विस्तृत जानकारी दी ।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या नीना ठाकुर ने प्री- वोकेशल शिक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए बच्चों को इसकी आगामी जीवन मे उपयोगिता के बारे मे बताया। उन्होंने कहा कि कैसे बच्चे विभिन्न फील्ड्स की पूर्व जानकारी लेते हुए अपने केरियर को दिशा दे सकते है ।
इस अवसर पर विज्ञान अध्यापक अशोक शर्मा,शास्त्री अध्यापक भुवनेश्वर शर्मा,,कला अध्यापिका सुदेश व कम्प्यूटर अध्यापिका प्रकृति चौहान भी उपस्थित रही।







