ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अर्की उपमंडल के माँजू गांव स्थित कुरगण देवता मंदिर में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। रात में पारंपरिक बरलाज का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें लोक कलाकारों ने पहाड़ी भाषा में संपूर्ण रामायण का वर्णन किया। यह आयोजन पूरी रात चला, जिसमें कलाकारों ने पारंपरिक गीत प्रस्तुत किए।
मंज्याट गांव से आए वयोवृद्ध कलाकार गोपाल सिंह ठाकुर ने बताया कि हिमाचल के सभी क्षेत्रों में जहाँ देव करुगण और बृजेश्वर जी के मंदिर हैं, वहाँ यह परंपरा निभाई जाती है।
भद्रकाली विकास समिति माँजू के संयोजक मेहरचंद चौहान ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और कहा कि माँजू के लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर दिलाराम चौहान, बलीराम चौहान, भूपाल सिंह छेत्री,लेखराम शर्मा, पवन चौहान, टेकचंद, भगवान दास, राकेश, बालकराम, रमेश चंद, धर्मसिंह चौहान, और लक्ष्मी चंद चौहान सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।