ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- अर्की उपमंडल मुख्यालय के बाजार चौक और पुराने बस स्टैंड क्षेत्र में इन दिनों आवारा कुत्तों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। इन कुत्तों ने अब तक 22 बच्चों और युवाओं को काटकर घायल कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी रोष है।

स्थानीय निवासी खुशनसीब ने बताया कि दुकानदारों और आम जनता का कहना है कि ये कुत्ते राह चलते स्कूली बच्चों और पैदल युवाओं पर अचानक झपट पड़ते हैं। हाल ही में बरसात की छुट्टियों में अर्की आई 6 वर्षीय बच्ची अनन्या चौगान की ओर जा रही थी, तभी एक कुत्ते ने पीछे से झपटकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्ची का अस्पताल में इलाज जारी है।

खुशनसीब ने यह भी बताया कि पिछले माह जब वह अपनी गाड़ी खड़ी कर घर जा रहा था, तो एक कुत्ता उस पर भी झपट पड़ा, लेकिन वह भागकर बच गया। उनके अनुसार अब लोग बच्चों को घर से बाहर भेजने से भी डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि ये कुत्ते पालतू हैं तो मालिक इन्हें गले में पट्टा डालकर घर में बांधकर रखें, अन्यथा नगर पंचायत इन्हें तत्काल पकड़कर शहर से बाहर करवाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि 23 जुलाई को नगर पंचायत अर्की को इस समस्या के बारे में चेताने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। शुरुआती 5–6 दिनों तक यह कहकर टाला गया कि कुत्ते पकड़ में नहीं आ रहे, और अब यह बहाना बनाया जा रहा है कि स्थानीय लोग पकड़ने नहीं दे रहे। खुशनसीब ने कहा कि यदि कोई डॉग लवर पकड़ने से रोक रहा है तो उसे कुत्तों को अपने घर में बांधकर रखना चाहिए या उनके गले में पट्टा डालना चाहिए, ताकि यदि किसी व्यक्ति को चोट लगती है तो जिम्मेदारी उसी की होगी, साथ ही उस पर जुर्माना और जेल की सजा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि नगर पंचायत इस गंभीर मामले में अभी तक ढील बरत रही है। पहले भी अखबार के माध्यम से इस समस्या की जानकारी दी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब फिर से निवेदन है कि इस पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
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उधर, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि पशुपालन विभाग को आवारा कुत्तों की वैक्सीनेशन और नसबंदी के निर्देश दिए गए हैं और यह प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

