ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के सोलन जिला अध्यक्ष मनसा राम ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से मांग की है कि होमगार्ड जवानों को भी अन्य विभागों के कर्मचारियों की भांति स्थायी जिम्मेदारियां दी जाएं और उनके लिए स्पष्ट व दीर्घकालिक नीति तैयार की जाए।

मनसा राम ने कहा कि 6 दिसंबर 2024 को होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय—जैसे बाहरी राज्यों में तैनात जवानों को प्रतिदिन ₹500 का अतिरिक्त भत्ता और महिला जवानों को मातृत्व अवकाश देना—संगठन के लिए प्रोत्साहनकारी कदम हैं। इन फैसलों से प्रदेश भर के होमगार्ड जवानों में नई उम्मीद जागी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के होमगार्ड जवान वर्षों से यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी अन्य विभागीय कर्मियों की तरह स्थायी कार्य सौंपे जाएं। सरकार द्वारा “आत्मनिर्भर हिमाचल” की दिशा में उठाए जा रहे कदमों में होमगार्ड जवानों को भी शामिल किया जाना चाहिए ताकि वे भी आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन सकें।

मनसा राम का कहना है कि होमगार्ड जवान आज अग्निशमन सेवा, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर हर चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में जिम्मेदारी निभा रहे हैं। राज्य की सीमाओं से लेकर औद्योगिक क्षेत्रों और आपदा राहत कार्यों तक उनकी भूमिका अहम है, बावजूद इसके उन्हें आज तक स्थायी रोजगार की नीति से वंचित रखा गया है।

उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवानों की भर्ती, प्रशिक्षण और अनुभव किसी भी अन्य सुरक्षा बल के समकक्ष है। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि सरकार उनके हितों को ध्यान में रखते हुए एक स्थायी रोजगार नीति बनाए। यह मांग बीते छह दशकों से लंबित है और अब समय आ गया है कि इसे प्राथमिकता दी जाए।

स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर सरकार को चाहिए कि वह होमगार्ड जवानों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में ठोस और सकारात्मक निर्णय ले, जिससे न केवल जवानों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था भी और अधिक मजबूत होगी।



