ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घनागुघाट में अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध एवं अवैध तस्करी विरोधी दिवस बड़े उत्साह और संकल्प के साथ मनाया गया। विद्यालय परिसर इस दिन सजगता, सेवा और संकल्प के संदेश से गूंज उठा, जब छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर नशा मुक्ति का आह्वान किया।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना सभा में हुई, जिसमे हिंदी प्रवक्ता सुनीता ठाकुर ने नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों पर प्रभावशाली ढंग से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में कभी भी ऐसे रास्ते की ओर न बढ़ें, जो उनके भविष्य को अंधकार में धकेल सकता है।
इस अभियान में विद्यालय की रेड क्रॉस इकाई, एनएसएस, एनसीसी तथा स्काउट्स एंड गाइड्स के छात्रों ने पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ भाग लिया। नशा निवारण समिति के प्रभारी पुष्पेंद्र कौशिक ने जानकारी दी कि इस अवसर पर कई रचनात्मक व प्रभावशाली गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें नशा विरोधी शपथ ग्रहण, भाषण प्रतियोगिता, नारा लेखन, जागरूकता रैली और चिकित्सा परामर्श सत्र शामिल रहे।

इस अवसर पर विशेष रूप से आमंत्रित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घनागुघाट के मेडिकल ऑफिसर डॉ. राहुल शर्मा के नेतृत्व में एक चिकित्सक दल ने विद्यालय का दौरा किया और छात्रों के लिए एक अत्यंत प्रभावशाली व जानकारीपूर्ण सत्र का आयोजन किया। डॉ. राहुल शर्मा ने अत्यंत सरल भाषा में नशे के प्रकार, शरीर व मस्तिष्क पर उनके वैज्ञानिक प्रभाव और तंबाकू जैसी सामान्य लगने वाली आदतों के खतरनाक परिणामों पर विस्तृत चर्चा की। उनके प्रेरक और जागरूकतापूर्ण वक्तव्य ने छात्रों को गहराई से सोचने के लिए मजबूर किया।

कार्यक्रम के अंत में अंग्रेजी प्रवक्ता पुष्पेंद्र कौशिक ने मेडिकल टीम और समस्त शिक्षकों का धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि ऐसे प्रयास युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करते हैं तथा समाज को नशा मुक्त बनाने की ओर एक मजबूत कदम साबित होते हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे खुद भी नशे से दूर रहें और दूसरों को भी इसके खिलाफ जागरूक करें।
इस सफल आयोजन में एन सी सी अधिकारी खेम राज, एन एस एस प्रभारी कामेश्वर वर्मा , आपदा प्रबंधन प्रभारी जोगिंदर कुमार, अन्य सभी शिक्षकगण और समस्त छात्रों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की । नशे के विरुद्ध अभियान ने सभी के मन में नशा मुक्त भारत के निर्माण की एक नई प्रेरणा भर दी।



